PATNA : एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे नीतीश कुमार चुनाव में बुरी तरह फेल हो गये. बिहार विधानसभा चुनाव लड रही पार्टियों में नीतीश की पार्टी जेडीयू का प्रदर्शन सबसे बुरा रहा. जनता दल यूनाइटेड ने चुनाव में आधे से ज्यादा यानि 54 फीसदी सीटिंग सीटें गंवा दी. पार्टी के 8 मंत्री चुनाव हार गये. वहीं पाला बदल कर राजद और कांग्रेस से जेडीयू में शामिल होने वाले विधायकों का भी बेहद बुरा हाल हुआ.
जेडीयू का सबसे बुरा प्रदर्शन
बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली बड़ी पार्टियों की बात करें तो जेडीयू का प्रदर्शन सबसे बुरा रहा. बीजेपी ने अपनी सीटें बढ़ायी. आरजेडी को थोड़ा सा नुकसान हुआ. लेकिन सबसे बडा झटका जेडीयू को लगा. जेडीयू ने अपनी 54 फीसदी सीटिंग सीटें गंवा दी. नीतीश कुमार की पार्टी 37 सीटिंग सीटें हार गयी. यहां तक की कांग्रेस का प्रदर्शन भी जेडीयू से बेहतर रहा.
जेडीयू के 8 मंत्री चुनाव हारे
इस बार हुए विधानसभा सभा चुनाव में जेडीयू के 8 मंत्री चुनाव हार गये. नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल जेडीयू कोटे के जो मंत्री हार गये उनके नाम इस प्रकार है.
जय कुमार सिंह-दिनारा सीट पर तीसरे स्थान पर रहे
कृष्णनंदन वर्मा-जहानाबाद सीट पर हारे
रामसेवक सिंह-हथुआ सीट पर हारे
शैलेश कुमार-जमालपुर सीट पर हारे
लक्ष्मेश्वर राय-लौकहां सीट पर हारे
संतोष निराला-राजपुर सीट पर हारे
खुर्शीद उर्फ फिरोज-सिकटा सीट पर हारे
रमेश ऋषिदेव-सिंघेश्वर सीट पर हारे
जेडीयू के कई बड़े नेता चुनाव हारे
मंत्री ही नहीं जेडीयू के कई और बड़े नेता इस चुनाव में औंधे मुंह गिरे. पूर्व मंत्री और जेडीयू की शराब रोकने वाली वाहिनी की अध्यक्ष रंजू गीता बाजपट्टी से हार गयीं. नीतीश के बेहद खास माने जाने वाले जेडीयू के रंगीला विधायक श्याम बहादुर सिंह बरहरिया सीट से हार गये. चेरिया बरियारपुर से बहुचर्चित पूर्व मंत्री मंजू वर्मा हारीं. एकमा से बाहुबली धूमल सिंह की पत्नी चुनाव हारीं. पार्टी ने धूमल सिंह के बदले उनकी पत्नी को टिकट दिया था. मटिहानी ने नीतीश की पार्टी के बड़बोले विधायक बोगो सिंह चुनाव हार गये. शेखपुरा से नीतीश कुमार के एक और करीबी विधायक रणधीर कुमार सोनी उर्फ सोनी मुखिया चुनाव हार गये. नीतीश कुमार की पार्टी जिन सीटिंग सीटों पर चुनाव हारी उनमें अगिआंव, बेलसंड, विभूतिपुर, धौरैया, डुमरांव, घोषी, हसनपुर, इस्लामपुर, करगहर, खगड़िया, कोचाधामन, कुर्था, महाराजगंज, महनार, मोरवा, नवीनगर, नाथनगर, फुलवारीशरीफ, रफीगंज, शिवहर, शेरघाटी, ठाकुरगंज, नवादा और जीरादेई शामिल है.
पाला बदल कर आये विधायकों का बुरा हाल
विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी-कांग्रेस के कई विधायक पाला बदल कर जेडीयू में शामिल हो गये थे. उन सबों का बुरा हाल हुआ. पालीगंज सीट से पिछला चुनाव आरजेडी से जीतने वाले जयवर्धन यादव इस दफे जेडीयू का उम्मीदवार बन कर हारे. वहीं गोविंदपुर से कांग्रेस की विधायक रही पूर्णिमा यादव भी जेडीयू में आकर चुनाव हारीं. सासाराम से अशोक कुमार, तेघड़ा से आरजेडी के विधायक रहे वीरेंद्र सिन्हा जैसे विधायक चुनाव हार गये. वैसे बरबीघा से कांग्रेस के विधायक रहे सुदर्शन कुमार भी पाला बदल कर जेडीयू में आये थे. लेकिन बेहद कम वोटों से इस बार चुनाव जीतने में सफल रहे.