शिक्षकों की हड़ताल ने बता दी सरकार की हैसियत, बिहार बोर्ड को बढ़ाना पड़ा इंटर कॉपी चेकिंग का डेट

शिक्षकों की हड़ताल ने बता दी सरकार की हैसियत, बिहार बोर्ड को बढ़ाना पड़ा इंटर कॉपी चेकिंग का डेट

PATNA:  बिहार में शिक्षकों के हड़ताल के कारण इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य का निर्धारित अवधि को बढ़ा दिया गया है. यह शिक्षकों के हड़ताल के कारण हुआ है. शिक्षकों के हड़ताल के आगे बिहार बोर्ड विवश हो गया है.




इसको लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने आदेश जारी किया है. आदेश के अनुसार बताया गया है कि कॉपी चेक करने का 26 फरवरी से 9 मार्च 2020 का समय निर्धारित था, लेकिन निर्धारित समय पर जांच पूरी नहीं हो सकती है. इसलिए 14 मार्च 2020 तक जांच की जाएगी. 

बिहार बोर्ड ने रविवार को समय पर रिजल्ट देने का किया था दावा

बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने रविवार को कहा था कि समिति द्वारा इंटरमीडिएट एवं वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2020 का परीक्षाफल समय पर ही जारी किया जाएगा. वर्ष 2019 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा देश में सबसे पहले इंटरमीडिएट एवं वार्षिक माध्यमिक परीक्षा का परीक्षाफल मार्च-अप्रैल माह में जारी किया गया था. इसी की तरह समिति द्वारा इस साल भी इंटरमीडिएट एवं वार्षिक माध्यमिक परीक्षा का परीक्षाफल मार्च-अप्रैल माह में ही जारी करने का लक्ष्य रखा गया हैं. आनंद किशोर ने कहा कि समिति अपने स्तर पर विभिन्न प्रकार की तैयारियां की हैं. इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा की लगभग 75 प्रतिशत से भी अधिक कॉपी का मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है. 

कई मांगों को लेकर हड़ताल पर शिक्षक

बिहार के कई शिक्षक संगठनों ने कई मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. सवा लाख टीईटी शिक्षक समान काम के बदले समान वेतन मांग रहे हैं तो कई शिक्षक संगठनों ने इंटर की कॉपी जांच का बहिष्कार कर दिया है. जिसके कारण अबतक करीब 1300 शिक्षकों पर कार्रवाई शिक्षा विभाग कर चुका है. इससे पहले शिक्षा मंत्री नेे भी शिक्षकों को हड़ताल पर जाने से पहले चेताया था, लेकिन शिक्षक नहीं माने और हड़ताल पर चले गए.