Barh Heart Attack : छठ पूजा के दौरान अर्घ्य अर्पित करते समय श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत, गंगा घाट पर मची अफरा-तफरी Bihar Election 2025 : तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: “हमारा चेहरा तय, एनडीए बताए उनका विजन क्या है” – महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी ! IB Vacancy 2025 : इंटेलिजेंस ब्यूरो में टेक्निकल पदों पर निकली 258 वैकेंसी, GATE स्कोर से होगा चयन IRCTC घोटाला मामला: चुनाव प्रचार के बीच लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ीं, राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने दी कड़ी दलील, कहा- 'चुनाव प्रचार और केस दोनों संभालना मुश्किल' छठ पूजा पर चिराग पासवान ने सूर्य को अर्घ्य देकर मांगी बिहार की खुशहाली, कहा– छठी मैया ने बिना मांगे ही बहुत कुछ दिया Bihar Election 2025 : अब QR कोड से मिलेगी बूथ की पूरी जानकारी, चुनाव आयोग की नई सुविधा से वोटर्स को मिलेगी राहत महागठबंधन का घोषणा पत्र आज होग जारी: हर परिवार को सरकारी नौकरी, महिलाओं के लिए ‘माई-बहिन मान योजना’ से लेकर पंचायत प्रतिनिधियों तक के लिए बड़े वादे Bihar News: चार शिक्षक निलंबित, राजनीतिक गतिविधियों और आचार संहिता उल्लंघन पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई छठ महापर्व संपन्न: उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों ने किया पारण, सुख-समृद्धि और संतान की रक्षा की कामना लोक आस्था का महापर्व छठ का तीसरा दिन, समाजसेवी अजय सिंह ने परिवार के साथ डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य
1st Bihar Published by: Updated Wed, 13 May 2020 09:58:43 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के मैट्रिक परीक्षार्थियों के लिए खुशखबरी है। अब जल्द ही परीक्षा का रिजल्ट उनके हाथों में होगा। मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट का काउंटडाउन आज से शुरू हो गया है। पटना जिला में कॉपियों की जांच का काम आज पूरा हो जाएगा।
बिहार बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। ज्यादातर जिलों में मूल्यांकन का काम पूरा हो चुका है। पटना जिले में भी आज मूल्यांकन का काम पूरा हो जाएगा। पटना डीईओ कार्यालय की मानें तो अब केवल 19 हजार के लगभग उत्तरपुस्तिकाएं दो मूल्यांकन केन्द्रों पर बची हुई हैं। इसकी जांच आज पूरी कर ली जाएगी। पटना के बाकी बचे 10 मूल्यांकन केन्द्रों पर कॉपी जांच का काम खत्म हो चुका है।
गौरतलब है कि पटना जिले के मैट्रिक कॉपियों के मूल्यांकन के लिए 12 केन्द्र बनाए गये हैं। कुल सात लाख 14 हजार 60 कॉपियां थी। जांच के लिए 2482 परीक्षक लगाए गये थे। इनमें 1379 शिक्षकों ने योगदान दिया था।