PATNA : कोरोना संक्रमण से राहत मिलने के बावजूद ब्लैक फंगस अब लोगों पर कहर बनकर गिर रहा है। बिहार में लगातार ब्लैक फंगस के नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को 16 नए मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराए गए जबकि 2 मरीजों की मौत हो गई है। पटना में एक मरीज की मौत हुई है जबकि 14 नए मरीज भर्ती किए गए हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि पटना के आईजीआईएमएस और एम्स में अब ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए बेड खाली नहीं है। पीएमसीएच में ऑपरेशन की सुविधा नहीं होने की वजह से लोग परेशान हैं।
पिछले 24 घंटे में राज्य में 16 नये ब्लैक फंगस के मरीज अस्पतालों में आए। जबकि इस दौरान 11 मरीज स्वस्थ हो गए और 2 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गयी। बिहार में 311 ब्लैक फंगस के मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। मंगलवार को राज्य स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में अभी 311 ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज जारी है। अबतक राज्य में 582 ब्लैक फंगस के मरीज मिले हैं और इनमें 191 ठीक हो चुके हैं।
प्रदेश में ब्लैक फंगस के गंभीर मरीजों की परेशानी बढ़ती जा रही है। पटना एम्स और आईजीआईएमएस में बेड नहीं मिल रहे हैं। वहां कई मरीजों को वेटिंग में रखा गया है। पीएमसीएच में बेड खाली है तो ऑपरेशन लायक सुविधा नहीं है। निजी अस्पतालों में इलाज खर्च महंगा होने के चलते गरीब मरीजों के लिए वहां उपचार करना मुश्किल है। ऐसे कई मरीज जिलों से पटना रेफर होने के बाद भर्ती होने का इंतजार कर रहे हैं । इन मरीजों को समय पर बेड नहीं मिला और ऑपरेशन नहीं हुआ तो इनकी जान बचाना मुश्किल होगा। वेटिंग वाले कई मरीज हैं, जिनको अस्पताल में जगह नहीं मिलने से बीमारी हर दिन गंभीर होती जा रही है। वार्ड में जगह नहीं मिलने और ऑपरेशन में हो रही देरी, उनकी मौत का कारण बन सकता है।