DESK: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीएए यानि नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही अब यह कानून देश में लागू हो गया। केंद्र सरकार ने पहले ही दावा किया था कि लोकसभा चुनाव से पहले देश में सीएए कानून लागू कर दिया जाएगा और ऐसा ही हुआ। लेकिन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जहां इसे वोट बैंक बताया वही इसे लेकर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में रहने वाला मतुआ समुदाय काफी उत्साहित है।
भारत में सीएए लागू होने पर मतुआ समुदाय के लोगों के बीच जश्न का माहौल है। इस समाज के लोगों का कहना है कि आज उन्हें दूसरी आजादी मिली है। आज का दिन दूसरा स्वतंत्रता दिवस है। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में लोगों के बीच अलग ही माहौल है। मतुआ समुदाय हिन्दुओं का एक कमजोर वर्ग है जो मूल रूप से पूर्वी पाकिस्तान से आए हैं। ये लोग भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के दौरान बांग्लादेश के निर्माण के बाद भारत आये थे। 30 लाख की आबादी वाला यह समुदाय नादिया और बांग्लादेश की सीमा से लगे उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलें में बसता है।
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर पिछले महीने बड़ा ऐलान किया था। शाह ने कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले देश में सीएए कानून लागू कर दिया जाएगा और चुनाव से पहले इसकी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।इससे पहले पिछले साल दिसंबर महीने में पश्चिम बंगाल के दौरे के दौरान शाह ने दावा किया था कि देश में सीएए लागू होने से कोई रोक नहीं सकता है।
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीएए को लेकर अधिसूचना जारी कर दी। देशभर में इस कानून के लागू होने के बाद अब इस नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में बसे बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों सहित प्रताड़ना झेल चुके गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी।