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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 18 Jun 2025 03:41:26 PM IST
बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar News: बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मदरवानी गांव में शराब माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान एक बड़ी घटना सामने आई है। पुलिस की छापेमारी टीम पर गांव वालों ने अचानक हमला कर दिया, जिससे थानाध्यक्ष जय हिंद समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में भारी तनाव फैल गया है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है।
मामले की जानकारी के अनुसार, फुलवरिया थानाध्यक्ष जय हिंद के नेतृत्व में एक पुलिस टीम मदरवानी गांव में अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ छापेमारी के लिए पहुंची थी। इसी दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने एकजुट होकर पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस टीम पर पत्थरबाजी और लाठी-डंडों से हमला किया गया, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया और गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस बल को और बुलाया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के बाद पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी अभियान जारी है। घटना के बाद गिरफ्तार एक आरोपी की थाना परिसर में तबीयत बिगड़ गई। पुलिस ने उसे तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे गोपालगंज सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस संबंध में गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अवधेश दीक्षित ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी को गंभीर बीमारी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है, जो मौत के सही कारणों की पुष्टि करेगी। इस पूरी घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। लोगों की आशंका और आक्रोश को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता के नेतृत्व में लगातार सघन छापेमारी और जांच अभियान चल रहा है। पुलिस स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है ताकि हमले की साजिश में शामिल असल चेहरे सामने आ सकें।
SDPO ने बताया, हम हमलावरों की पहचान कर चुके हैं। कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और शेष फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ़्तार किया जाएगा। कानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बिहार में शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब माफिया लगातार सक्रिय हैं। इस घटना ने प्रशासन को एक बार फिर कड़े रुख की ओर मोड़ा है। पुलिस और प्रशासन अब इस मामले को केवल एक मुठभेड़ की तरह नहीं, बल्कि एक संगठित आपराधिक साजिश के रूप में देख रहे हैं।
फुलवरिया क्षेत्र में हुई यह घटना न केवल पुलिस प्रशासन की चुनौतियों को उजागर करती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि शराब माफिया कितने संगठित और हिंसक हो सकते हैं। आने वाले दिनों में इस केस की प्रगति और पुलिस की कार्यवाही पर पूरे राज्य की नजरें रहेंगी।
रिपोर्ट- नमो नारायण मिश्रा