ब्रेकिंग न्यूज़

Voter Rights Yatra: इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेता आज शामिल होंगे वोटर यात्रा के अंतिम चरण में, जानें... क्या है कांग्रेस- RJD का प्लान? Bihar Weather: आज बिहार के इन जिलों में होगी वर्षा, IMD का अलर्ट जारी Bihar News: बिहार में बाढ़ राहत की राशि को मृतकों के खातों में भेजी गई, सूची में भारी गड़बड़ी का आरोप Patna News: वोटर अधिकार यात्रा को लेकर पटना में ट्रैफिक डायवर्जन और स्कूल बंद, जानें... पूरी डिटेल BIHAR: मुखिया प्रतिनिधि की स्कॉर्पियो पर फायरिंग, बाल-बाल बचे 7 लोग पूर्णिया के 7 वर्षीय वेदांत ने रचा इतिहास, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम Most Dangerous Batsman: सुरेश रैना के अनुसार ये हैं दुनिया के 3 सबसे खतरनाक T20 बल्लेबाज, बिहारी बाबू के लिए बोल गए विशेष बात India Submarine Deals: समुद्र में ताकत बढ़ाने के लिए पनडुब्बी के 2 बड़े सौदे करने चला भारत, ₹1 लाख करोड़ से ज्यादा होंगे खर्च Unbreakable Cricket Records: असंभव सा है क्रिकेट के इन 10 रिकॉर्ड्स को तोड़ पाना, कोशिश बहुतों ने की मगर सारे हुए फेल बिहार में नहीं थम रहा जमीन विवाद का मामला: सहरसा में 10 कट्ठा जमीन के लिए जमकर मारपीट

बेटियों के लिए नीतीश सरकार का बड़ा फैसला : पारिवारिक संपत्ति में बेटियों के हक की गारंटी, हिस्सेदारी नहीं चाहिए तो लिखित देना होगा

1st Bihar Published by: Updated Wed, 25 Sep 2019 08:10:01 AM IST

बेटियों के लिए नीतीश सरकार का बड़ा फैसला : पारिवारिक संपत्ति में बेटियों के हक की गारंटी, हिस्सेदारी नहीं चाहिए तो लिखित देना होगा

- फ़ोटो

PATNA : नीतीश सरकार सूबे में भूमि निबंधन की प्रक्रिया बदलने वाली है। 2 अक्टूबर से राज्य में नई रजिस्ट्री पॉलिसी लागू की जाएगी। इसके तहत पारिवारिक बंटवारे और जमाबंदी को लेकर भी सरकार ने कई बड़े फैसले किए हैं। नई रजिस्ट्री पॉलिसी लागू होने के साथ वही लोग जमीन की खरीद बिक्री कर पाएंगे जिनके नाम से जमीन की जमाबंदी होगी। 


नीतीश सरकार जिसने नई रजिस्ट्री पॉलिसी को लागू करने जा रही है उसमें सबसे बड़ी राहत पारिवारिक संपत्ति के मामले में बेटियों को दी गई है। पारिवारिक बंटवारे में अब बेटियों की हकमारी संभव नहीं होगी। पारिवारिक संपत्ति का रजिस्टर्ड बंटवारा तो करना ही होगा साथ ही साथ उसमें घर की बेटियों का भी हिस्सा सुरक्षित रहेगा। 


पारिवारिक बंटवारे के लिए बेटियों की रजामंदी जरूरी होगी। अगर वह घर की संपत्ति में अपनी हिस्सेदारी नहीं लेना चाहती हैं तो उन्हें लिखित में इसके लिए मना ही करनी होगी।