PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुले तौर पर कहते हैं कि - राज्य में कहां अपराध हो रहा है, सबकुछ कुछ अंडर कंट्रोल ही है, कभी दूसरे राज्य में जाकर देखिए वहां का क्राइम रेट कितना है और बिहार में कितना है। लेकिन कम के इन बातों से इतर सिर्फ आज यानी रविवार को बिहार में पहले सुबह चार जगह पर अपराधियों ने गोली मारकर लोगों को मौत के घाट उतार दिया है।
दरअसल, बिहार के बेगूसराय, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर और बेतिया में सुबह-सुबह बेखौफ अपराधियों ने अपने काले कारनामों को अंजाम दिया है और आम लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। जहां बेगूसराय में अपने बेटे के मर्डर केस के इकलौते गवाह रिटायर्ड शिक्षक को गोली मार दी गई है, तो वही मोतिहारी में एक ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जबकि बेतिया में एक पंच की हत्या कर दी गई है। वही मुजफ्फरपुर में रेस्टोरेंट में दो बाइक सवार अपराधियों के द्वारा जमकर फायरिंग की गई है। इसके बावजूद सीएम नीतीश कुमार के इन बयानों का अपने आप में हकीकत मालूम चलता है।
बिहार के सीएम अगर यह कहते हैं कि बिहार में क्राइम नहीं हो रहा है तो फिर इन अपराधियों की तरफ से जिस घटना को अंजाम दिया गया है उसे क्या संज्ञा दिया जाए। क्योंकि जिससे अपराधी खुलेआम आम लोगों को अपने चपेट में ले रहे हैं उससे या तो साफ है कि बिहार में क्राइम की घटनाओं में पहले की तुलना में काफी इजाफा हुआ है।
वहीं, दूसरी तरफ बिहार के डीजीपी आर एस भट्टी जब भी अपने अधिकारियों के साथ बैठक करते हैं तो यह निर्देश देते हैं कि आप अपराधियों को दौड़ा दौड़ा कर पकड़े उन्हें घर नहीं बैठने दें ताकि वह नई रणनीति तैयार करें। लेकिन दूसरी तरफ अपराधी अब पुलिस वाले को अपराध कर कर के अपने पीछे दौड़ा रहे हैं ताकि वह उन्हें अरेस्ट कर सके और अपराध पर लगाम लगा सके।
दरअसल, बेतिया में बेखौफ अपराधियों ने चकिया थाना क्षेत्र में अहले सुबह एक व्यक्ति को गोली मार मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस को चैलेन्ज देते हुए अपराधियो ने चकिया थाना से महज 100 गज की दूरी पर इस घटना को अंजाम दिया और भाग निकला। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान चकिया के राजीव कुमार के रुप में हुई है।घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है। पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा बरामद किया है।घटना चकिया बजार के पावर हाउस चौक पर हुई है।
बताया जा रहा है कि, राजीव कुमार इंजीनियर थे और ठेकेदारी का काम करते थे।वह आज सुबह पावर हाउस चौक पर गए थे और वहां पेपर पढ़ने के बाद घर लौट रहे थे।इसी दौरान अपाची बाइक पर आए दो युवकों ने राजीव से पहले नाम पूछा। फिर उनके सीने में दो गोलियां मार दी। गोली मारने के बाद अपराधी मुजफ्परपुर की ओर भाग गए। गोली लगने के बाद राजीव वहीं गिर पड़े।जिन्हें इलाज के लिए मोतिहारी के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।