बेगूसराय में 12 साल के बच्चे को दी तालिबानी सजा, पहले रेलवे ट्रैक में बांधकर पीटा फिर ट्रेन से मरने के लिए छोड़ दिया

बेगूसराय में 12 साल के बच्चे को दी तालिबानी सजा, पहले रेलवे ट्रैक में बांधकर पीटा फिर ट्रेन से मरने के लिए छोड़ दिया

BEGUSARAI: बेगूसराय में बदमाशों ने 12 साल के बच्चे को तालिबानी सजा दी। चोरी के आरोप में मासूम बच्चे को रेलवे के पटरी में बांधकर जमकर पीटा फिर ट्रेन से कटकर मरने के लिए छोड़ दिया। बच्चे के पिता ने कहा कि बेटे को जबरदस्ती घर से उठाकर बदमाशों ने पहले बगीचे में पीटा। इससे भी मन नहीं भरा तो रेलवे ट्रैक में बांधकर उसकी पिटाई की गयी और रेलवे लाइन में बांधकर मरने के लिए छोड़ बदमाश मौके से फरार हो गये।


बेगूसराय में बदमाशों ने एक बार फिर चोरी के आरोप में एक बच्चे को ऐसी सजा दी कि जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। बदमाशों का क्रूर चेहरा सामने आया है। बताया जाता है कि चोरी के आरोप में एक नाबालिक बच्चे को बदमाशों ने पकड़ कर पहले बगीचे में जमकर पिटाई की। इससे भी मन नहीं भरा तो रेलवे की पटरी में बांधकर बच्चे को पीटा गया। 


पिटाई के बाद पटरी में बंधा हुआ उसे मरने के लिए छोड़ दिया गया। हालांकि इसकी सूचना पुलिस को समय पर मिल गई। सूचना मिलते पुलिस घटनास्थल की ओर रवाना हुई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नाबालिक बच्चे की जान बचा ली। पूरा मामला बलिया थाना क्षेत्र के लखमीनिया स्टेशन के पूर्वी छोर स्थित जानीपुर ढाला के समीप की है। 


 उक्त मामले में रामू पंडित ने बताया कि बेवजह लोगों के द्वारा मेरे बेटे पर चोरी का आरोप लगाकर पिटाई की। पहले तो बच्चे को बगीचे में ले जाकर पीटा गया फिर उसके बाद रेलवे ट्रैक में भी बांध कर उसकी पिटाई की गयी। जिसके बाद हत्या की नीयत से उसे पटरी में बांधकर कर मरने के लिए छोड़ दिया गया। पिता ने कहा कि मेरे बेटे को तालिबानी सजा दी गई। 


बलिया डीएसपी नेहा कुमारी ने बताया कि 3:00 बजे के आस-पास इस बात की सूचना मिली थी कि एक बच्चे को कुछ बदमाशों ने पटरी से बांध कर छोड़ दिया है। इस सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए बलिया थानाध्यक्ष और उनकी टीम के द्वारा बच्चे की जान बचायी गयी। बच्चे से पूछताछ के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों में रोशन कुमार ,जयजय राम चौधरी और राहुल कुमार शामिल है। 


इन्ही तीनों ने मिलकर बच्चे की पिटाई कर रेलवे ट्रैक से बांध दिया था। पीड़ित बच्चे की पहचान 12 वर्षीय चंदन कुमार के रूप में हुई है। आरोपियों ने बताया कि उक्त बच्चे ने एक गुमटी में चोरी की थी। लेकिन इस बात की खबर पुलिस को नहीं दी गयी बल्कि इन लोगों ने खुद सजा देन का मन बनाया और कानून को हाथ में लेने का काम किया। पूछताछ के बाद तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।