BEGUSARAI : नीतीश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट '7 निश्चय योजना' की कलई खुलने लगी है. बेगूसराय में जहां काम पूरा नहीं हुआ, वहां मुख्यमंत्री ने उद्घाटन कर दिया. अब एक और ताजा मामला जिले से सामने आया है. दरअसल कुछ ही दिन पहले लगी नल जल योजना की पानी की टंकी तुरंत फट गई. अब लोगों को पानी मिलना बंद हो गया. स्थानीय जनप्रतिनिधि सरकारी अफसरों और ठीकेदारों पर मिलीभगत कर लूट-खसोट का आरोप लगा रहे हैं.
मामला बेगूसराय जिला के मंसूरचक प्रखंड मुख्यालय के वार्ड संख्या 12 का है. जहां हर घर नल का शुद्ध जल पहुंचाने के लिए लगाया गया प्लास्टिक का टंकी महज कुछ दिनों में ही फट कर बर्बाद हो गया है. जिसके कारण लोगों को पानी मिलना बंद है.
मुखिया प्रतिनिधि रंजीत कुमार महतों ने बताया की वार्ड नंबर-12 में पानी की टंकी फट जाने से पीने योग्य शुद्ध पेय जल नसीब नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि उक्त नल जल योजना टंकी का निर्माण पीएचडी विभाग के ठिकेदार द्वारा करवाया गया था. निर्माण के समय गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने विरोध भी किया. लेकिन ठिकेदार ने मनमाने तरीके से निर्माण कर दिया.
उप मुखिया अरमान कुरैशी ने बताया कि नल जल योजना में बड़े पैमाने पर लूट खसोट किया गया है. अधिकारियों के मिलीभगत से पीएचडी विभाग और ठिकेदारों द्वारा मनमाने तरीके से काम किया गया, जिसके कारण कुछ ही महीनों में इसकी पोल खुल गई है. आधा तेरा-आधा मेरा के चक्कर में सही गुणवत्ता का सामान नहीं लगाया जाता है. योजनाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते हुए पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है.
ग्रामीण मो. ईजहार ने बताया कि पानी टंकी में घटिया समान लगाया गया था जो एक एक कर क्षतिग्रस्त हो रहा है. पानी टंकी में कार्यरत चालक सह भूमिदाता अमीना खातून ने बताया कि आठ माह से पैसा नहीं दिया गया हैं. मजदूरी मांगनेे पर फटकार लगाया जाता हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि दो दिनों के अंदर पानी टंकी दुरूस्त कर पानी सप्लाई नहीं किया गया तो अनिश्चित कालीन आन्दोलन करने को बाध्य होंगे.