PATNA: बिहार के बेगूसराय में मंगलवार की शाम जो हुआ वैसा बिहार में कभी नहीं हुआ था. नेशनल हाइवे पर 30 किलोमीटर के इलाके में अपराधी घूम घूम कर आम लोगों पर ताबडतोड़ गोलियां बरसा रहे थे. बेगूसराय के जिन पांच थाना क्षेत्रों में अपराधी तांडव कर रहे थे वहां की पुलिस बेखबर होकर आराम फरमा रही थी. लेकिन सवाल ये है कि इतनी बड़ी घटना के बाद बिहार के मुख्यमंत्री के साथ साथ गृह मंत्री का काम संभाल रहे नीतीश कुमार क्या कर रहे थे. जानकार सूत्र जो खबर बता रहे हैं वह ये है कि बेगूसराय कांड की खबर आने के बाद दो घंटे तक सीएम हाउस में इस बात पर मंथन चल रही थी कि 2024 में प्रधानमंत्री पद का दावेदार कैसे बना जाये.
गोलियां बरसने के बाद प्रशांत किशोर से मीटिंग कर रहे थे नीतीश
ये जगजाहिर हो चुका है कि मंगलवार की शाम प्रशांत किशोर ने सीएम हाउस जाकर नीतीश कुमार के साथ मुलाकात की थी. खुद नीतीश कुमार स्वीकार कर चुके हैं कि प्रशांत किशोर उनसे मिलने आये थे, साथ में पवन वर्मा भी थे. नीतीश ये भी स्वीकार कर चुके हैं कि प्रशांत किशोर और पवन वर्मा से लंबी बातचीत हुई. अब आप बेगूसराय में हुई घटना औऱ प्रशांत किशोर की नीतीश के साथ मीटिंग की टाइमिंग से जुड़े इन तथ्यों पर नजर डालिये.
• बेगूसराय की घटना मंगलवार की शाम सवा पांच से सवा 6 के बीच हुई. मीडिया ने इस घटना जानकारी शाम के लगभग सात बजे से देनी शुरू की.
• नीतीश ने बुधवार को खुद कहा कि मंगलवार की शाम उन्हें मीडिया से इस घटना की जानकारी मिली थी. यानि नीतीश को शाम सात बजे के बाद इस घटना की खबर मिली.
• सवाल ये है कि मंगलवार की शाम सात बजे के बाद नीतीश क्या कर रहे थे. जानकार बता रहे हैं कि शाम सात बजे के ही करीब प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के आवास पहुंचे थे. उनकी मुलाकात और नीतीश कुमार के साथ डिनर में लगभग दो घंटे लगे. यानि शाम के लगभग 7 से 9 बजे तक नीतीश कुमार प्रशांत किशोर औऱ पवन वर्मा के साथ रणनीति तैयार कर रहे थे.
• प्रशांत किशोर मंगलवार की रात लगभग नौ बजे सीएम हाउस से निकले थे इसकी भी पुष्टि दूसरे स्रोतों से हो रही है. दरअसल बुधवार की सुबह प्रशांत किशोर की बेतिया में जनसुराज अभियान की मीटिंग थी. प्रशांत किशोर की पूरी टीम मंगलवार को काफी पहले से ही बेतिया के एक होटल में कैंप कर रही थी. प्रशांत किशोर उस होटल में रात के 12 से 1 के बीच में पहुंचे थे. होटल के कर्मचारियों ने फर्स्ट बिहार से बातचीत में स्वीकार किया है कि प्रशांत किशोर रात के 12 से 1 के बीच वहां पहुंचे थे.
• सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार के साथ मीटिंग समाप्त होने के बाद प्रशांत किशोर सीएम हाउस से सीधे बेतिया के लिए रवाना हो गये थे. रात के करीब नौ बजे वे पटना के सीएम हाउस से रवाना हुए. वहां से बेतिया पहुंचने में साढ़े तीन से चार घंटे का समय लगता है. उसी हिसाब से प्रशांत किशोर बेतिया पहुंचे.
ये तथ्य बताने के लिए काफी है कि बेगूसराय की घटना के बाद बिहार के मुख्यमंत्री क्या कर रहे थे. जिस घटना के बाद पूरा बिहार दहल गया उसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री आवास में क्या हो रहा था. बुधवार को नीतीश कुमार ने हंसते हुए बताया कि प्रशांत किशोर उनसे मिलने आये थे. नीतीश कुमार बोले-कोई बात नहीं थी, बस ऐसे ही मुलाकात करने आ गये थे. लेकिन बिहार की सियासत को जानने वाला हर कोई ये समझ रहा है कि नीतीश कुमार प्रशांत किशोर से मिलने के लिए क्यों बेकाबू थे. एक सप्ताह पहले ही नीतीश कुमार ने मीडिया के सामने कहा था कि प्रशांत किशोर को बिहार की ABC नहीं पता है. प्रशांत किशोर तो बीजेपी की मदद के लिए बयानबाजी कर रहा है. एक सप्ताह बाद वही प्रशांत किशोर इतने अहम कैसे हो गये कि बेगूसराय की जघन्य घटना के बाद भी सीएम आवास में उनके साथ मीटिंग हो रही थी.
वैसे सोमवार को ही ये खबर आ गयी थी कि नीतीश कुमार ने पूर्व सांसद पवन वर्मा से मुलाकात की है औऱ उन्हें ये टास्क सौंपा है कि वे प्रशांत किशोर को मना कर सीएम आवास लायें. फर्स्ट बिहार ने भी सोमवार को ही ये खबर चलायी थी. मंगलवार की शाम पवन वर्मा प्रशांत किशोर को लेकर सीएम आवास पहुंच भी गये. नीतीश ने मीडिया से ये भी सवाल पूछा था कि क्या प्रशांत किशोर उनके पीएम बनने के लिए रणनीति तैयार करेंगे. नीतीश ने इसका सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इसका जवाब प्रशांत किशोर से ही पूछ लीजियेगा. औऱ प्रशांत किशोर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं.
उधर प्रशांत किशोर कैंप से खबर ये मिल रही है कि पीके मंगलवार की शाम से बुधवार तक हुए घटनाक्रम से हैरान हैं. पीके के कैंप से मिल रही खबर के मुताबिक नीतीश कुमार ने पवन वर्मा को उनके पास भेजा था. पवन वर्मा पहले से ही प्रशांत किशोर के करीबी रह चुके हैं. अपने संबंधों के सहारे पवन वर्मा पहले प्रशांत किशोर के पास पहुंचे औऱ फिर फोन पर उनकी बातचीत नीतीश कुमार से करायी. नीतीश कुमार ने जब उन्हें खुद ये कहा कि वे घर पर आकर साथ में डिनर करें तो प्रशांत किशोर पुराने संबंधों को निभाने वहां चले गये थे. पीके कैंप ये भी कह रहा है कि उस मीटिंग के बारे में ये भी तय था कि मीडिया को इसकी भनक नहीं लगने दी जायेगी. लेकिन नीतीश कुमार ने खुद इसे सार्वजनिक कर दिया.