‘देश की संपत्ति बेचकर कहा जा रहा कि भारत तरक्की कर रहा है, बगहा में बीजेपी पर खूब बरसे वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी

‘देश की संपत्ति बेचकर कहा जा रहा कि भारत तरक्की कर रहा है, बगहा में बीजेपी पर खूब बरसे वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी

BAGAHA : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्वमंत्री मुकेश सहनी ने रविवार को बगहा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विरोधियों पर जोरदार हमला किया। सहनी ने कहा कि देश की संपत्तियों को बेचकर लोगों को बताया जा रहा है कि देश आगे बढ़ रहा है। देश के ऊपर का कर्ज बढ़ता जा रहा है। भारत विकासशील देश की सूची से बाहर निकल गया और कहा जा रहा है कि हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। 


मुकेश सहनी ने कहा कि केंद्र की सरकार लोगों को गुमराह कर हमारे पूर्वजों के सपनो को भी चकनाचूर कर रही है। नागपुर के इशारे पर संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है। सभी संस्थाओं को जेबी संस्था बना दिया गया है। दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जेल में डाल दिया गया है। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते को सील कर दिया गया है। राजनीतिक दलों के निबंधन को समाप्त किया जा रहा है। देश मे 927 राजनीतिक दलों के निबंधन को रद्द कर दिया गया है। वीआइपी को भी समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। 


सहनी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिन का सपना दिखाया था, लेकिन युवाओं को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ रहा है। पांच किलो अनाज के लिए लोगों को पंक्ति में खड़ा होना पड़ रहा है। क्या यही अच्छे दिन हैं? उन्होंने भाजपा पर सीधा आरोप लगाया कि उनकी मदद से बनी सरकार में उनके चार विधायकों को खरीद कर उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया। उन्हें डर था, इसलिए मुझे आगे बढ़ने से रोका गया। 


सहनी ने कहा कि बीजेपी वालों को हमसे नहीं बल्कि निषाद समाज से तकलीफ है। हमारी एक ही मांग है कि अगर दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो बिहार, झारखंड में क्यों नहीं? भाजपा पर धर्म के नाम पर लड़ाने और नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी शक्तियों से हमें लड़ना होगा। मुकेश सहनी लोगों से लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील की।