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1st Bihar Published by: Updated Tue, 17 Aug 2021 05:13:39 PM IST
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DESK : बिहार में बाढ़ से लोग काफी परेशान हैं। अभी भी कई ऐसे जिले हैं जहां बाढ़ तबाही मचा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज भागलपुर, बेगूसराय और खगड़िया में एरियल सर्वे कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत कैंप का भी निरीक्षण किया।
बेगूसराय के मटिहानी प्रखंड के खोरमपुर गांव में मंगलवार को मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडिया से मुखातिब भी हुए। मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि खगड़िया से लौट रहे थे तभी अचानक मन में आया कि बेगूसराय में भी बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया जाए।
इसी दौरान सीएम मटिहानी विधानसभा क्षेत्र में अचानक बाढ़ क्षेत्र को देखने आ गए। इस दौरान मुख्यमंत्री को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। गौरतलब है कि बेगूसराय के मटिहानी प्रखंड में पिछले एक सप्ताह से कई इलाकों में बाढ़ के कारण स्थित भयावह बनी हुई है। लोगों के घरों में पानी घुसा हुआ है।
जिसके कारण लोग यहां से पलायन कर गए हैं। लोग जैसे तैसे बांध और दूसरे ऊंची जगहों पर शरण लिए हुए हैं। बाढ़ के कारण स्थिति इतनी खराब हो गयी है कि लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। स्थानीय लोग लगातार जिला प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे हैं । जिला प्रशासन के द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए जो व्यवस्था की गई है वह लोगों की नाराजगी का कारण बना हुआ है । मुख्यमंत्री के अचानक इस दौरे से हर तरफ प्रशासनिक महकमे में खलबली मची रही।
बिहार में गंगा, कोसी सहित अन्य कई सहयोगी नदियां उफान पर है जिसके कारण अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ का कहर जारी है। इसी क्रम में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करते हुए सीएम नीतीश कुमार आज भागलपुर के नवगछिया पहुंच गये। नवगछिया के लालजी उच्च विधालय में अस्थायी तौर पर बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनके हालचाल को जानने की कोशिश की। इसके साथ ही सीएम ने अधिकारियों से बाढ़ पीड़ितों को दिए जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकरियों के साथ बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों के साथ-साथ कम्यूनिटी किचेन की भी समीक्षा की। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने हाई स्कूल पकरा, नवगछिया में चल रहे राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों को चिकित्सीय सुविधा सुचारू रूप से उपलब्ध कराए जाने की बात कही। इस संबंध में उन्होंने सिविल सर्जन उमेश प्रसाद से बात की और उन्हें आवश्यक निर्देश भी दिए। सिविल सर्जन से मुख्यमंत्री ने शिविर में उपलब्ध दवाइयों के स्टॉक के बारे में भी जानकारी ली। इन सबके बीच सीएम ने शिविर में रहने वाले लोगों को कोराना का टीका लगवाने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया।
इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्र में बाढ़ पीड़ित बच्चों को कविता पाठ करते देखकर सीएम नीतीश कुमार काफी गदगद हो गए| इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद सेविका की जमकर तारीफ की। यही नहीं सीएम ने बाढ़ राहत शिविर में भोजन कर रहे बाढ़ पीड़ितों से मिलकर भोजन की गुणवत्ता के बारे में भी पूछा। जिसपर लोगों ने कहा कि भोजन काफी अच्छा मिल रहा है।
बाढ़ राहत शिविर का जायजा लेने के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के खाद्यानों पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। बाढ़ पीड़ितों को गुणवत्ता युक्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए और स्वास्थ्य सुविधा सहित सभी प्रकार की आवश्यक मदद मुहैया कराए जाने के लिए उन्होंने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल राहत शिविर में बीमार और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। प्रदेश में बेटी के जन्म होने पर 15,000 रुपए और बेटा के जन्मोपरांत 10,000 रुपए तत्काल प्रसूता को देने की बात कही।