Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: Updated Mon, 29 Jun 2020 08:44:02 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना के पाटलिपुत्रा कॉलोनी स्थित एशियन हॉस्पिटल के ज्वाइंट रिप्लेसमेंट एवं स्पाइन सर्जन डॉ. पंकज कुमार ने कहा है कि शरीर में जोड़ों के दर्द की कभी अनदेखी नहीं करनी चाहिए तथा कम से कम दर्द निरोधक दवा का सेवन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दर्द निरोधक दवा लेने से पहले हड्डी रोग विषेशज्ञ से जांच करवा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 40 की उम्र के बाद हर किसी को कम से कम आधा घंटा व्यायाम करना चाहिए, धूप भी षरीर में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज लोग ज्यादा सुविधाभोगी हो गये हैं। इस कारण वे पैदल टहलना भूलते जा रहे हैं जिससे जोड़ों का दर्द बढ़ रहा है।
डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि व्यायाम न करने की वजह से आजकल कम उम्र में भी आर्थराइटिस का प्रकोप बढ़ जाता है जिससे जोड़ों में दर्द खासकर घुटनों का दर्द काफी बढ़ जाता है। व्यायाम कर और दवा खाकर इससे निजात तो पाया जा सकता है लेकिन अत्यधिक उम्र बढ़ने के साथ घुटने के रिप्लेसमेंट की नौबत आ जाती है। उन्होनें कहा कि हमारे यहां घुटने तथा कूल्हे का रिप्लेसमेंट किया जाता है, वह भी सस्ती दर पर। घुटने के रिप्लेसमेंट में हमारे यहां कंप्यूटर नैविगेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।
सर्जन डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि घुटने या कूल्हे के रिप्लेसमेंट के तीन-चार दिन बाद मरीज सामान्य रूप से काम करना या चलना आरम्भ कर देता है रिप्लेसमेंट के लिए सभी अत्याधुनिक मशीनें, उपकरण तथा सुविधाएं हमारे हॉस्पिटल में मौजूद हैं, जहां आम आदमी भी अपना इलाज करवा सकता है। रीढ़ की हड्डी का भी इलाज यहां दवा तथा ऑपरेशन से किया जाता है। उन्होंने कहा कि दर्द निरोधक दवा का ज्यादा सेवन किसी दूसरी बीमारी को जन्म दे सकता है, इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निरोधक दवाएं न लें।