PATNA : शुक्रवार को बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत हो गई. विधानसभा की कार्यवाही विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के प्रारंभिक संबोधन से हुई उसके बाद सेंट्रल हॉल में राज्यपाल फागू चौहान का अभिभाषण हुआ और फिर विधान सभा की बैठक शुरू हुई तो उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद ने आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 रिपोर्ट पेश किया.
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने के बाद प्रेस कान्फ्रेंस में मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण के बावजूद बिहार की स्थिति देश के कई राज्यों से बेहतर रही. उन्होंने कहा कि अगर तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल को छोड़ दें, तो बिहार अन्य राज्यों से अव्वल है. बिहार की विकास दर 2.5 फीसदी रही है. बिहार ने अच्छी विकास दर हासिल की है.
शुक्रवार को विधानमंडल में आर्थिक सर्वे पेश करने के बाद उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान मूल्य पर राज्य की प्रति व्यक्ति आय 2020-21 में 50555 रुपए थी, जबकि राष्ट्रीय औसत 86659 रुपए था. उपमुख्यमंत्री कहा कि विगत 5 वर्षों में बिहार में खेती-किसानी के क्षेत्र 3.7, उद्योग-धंधा 4.8 और सर्विस क्षेत्र 8.5% की वृद्धि दर से बढ़ा. 2020-21 में राज्य का अपना कर 36543 करोड़ था, जबकि 2019-20 के 33858 करोड रुपए.
उन्होंने बताया कि कृषि पशुपालन क्षेत्र में हुए कार्य ने विकास दर को ठीक-ठाक रखा है. शिक्षा-स्वास्थ्य के मामले में भी सरकार ने अच्छा काम किया है. स्कूल जाने वाले छात्र और छात्राओं की संख्या काफी बढ़ी है. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को लेकर उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के विकास को लेकर सरकार ने जो विजन रखा था, उसपर अच्छे ढंग से काम हुआ है.
प्रदेश की विकास दर को बनाए रखने में बैंकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. बिहार में सीडीआर पहले 30 प्रतिशत हुआ करता था, वह अब पढ़कर 40 फीसदी से भी ज्यादा हो गया है. बिहार को लेकर बनाए जाने वाले बजट से काफी फायदा देखने को मिल रहा है.