RANCHI: सेना की जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे रांची के पूर्व डीसी IAS छवि रंजन से अब 1 मई के बदले 4 मई को पूछताछ होगी। ईडी ने पहले 1 मई को छवि रंजन को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन शुक्रवार को ईडी की तरफ से आईएएस अधिकारी छवि रंजन को जो समन भेजा गया है, उसमें उन्हें चार मई को ईडी के दफ्तर में उपस्थित होने को कहा गया है।
दरअसल, रांच में हुए सेना की जमीन घोटाले में ईडी की टीम मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। ईडी ने रांची के पूर्व डीसी और आईएएस अधिकारी छवि रंजन को पूछताछ के लिए 1 मई को अपने दफ्तर में बुलाया था। लेकिन अब ईडी की तरफ से छवि रंजन को पूछताछ के लिए जो समन भेजा गया है उसके मुताबिक अब छवि रंजन से 4 मई को पूछताछ होगी।
इसके अलावा रांची के सदर रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी और रांची के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल को भी ईडी ने पूछताछ के लिए समन जारी कर बुलायाहै।ईडी ने वैभव मणि त्रिपाठी को 1 मई को जबकि विष्णु अग्रवाल को 8 मई को रांची स्थित जोनल कार्यालय में बुलाया है। इससे पहले ईडी ने इस मामले में छवि रंजन से बीते 24 अप्रैल को पूछताछ की थी।
बता दें कि सेना के 4.55 एकड़ जमीन फर्जी कागजात तैयार कर प्रदीप बागची ने मेसर्स जगतबंधु टी ईस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को बेच दी थी। इसके बाद इस मामले की जानकारी मिलने के बाद ईडी ने 13 अप्रैल को रांची, सिमडेगा, जमशेदपुर और हजारीबाग सहित बिहार एवं पश्चिम बंगाल को मिलाकर कुल 18 ठिकानों पर छापा मारा था।
इसके साथ ही ईडी ने रांची के पूर्व उपायुक्त और समाज कल्याण विभाग के मौजूदा सचिव छवि रंजन के जमशेदपुर और रांची स्थित आवास पर भी छापा मारा था। सिमडेगा और हजारीबाग में छापा के दौरान काफी मात्रा में जमीन से जुड़े दस्तावेज और सरकारी रिकॉर्ड मिले थे। ईडी ने जब्त उन्हें जब्त कर लिया था। इसके साथ ही बड़गाई सीआई भानु प्रताप प्रसाद, जमीन दलाल प्रदीप बागची, अफसर अली, इम्तियाज खान, तलहा खान और मोहम्मद सद्दाम को अरेस्ट कर लिया गया था।