ARA : बिहार में कोरोना महामारी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. भोजपुर जिले में कोविड-19 का संक्रमण काफी रफ़्तार के साथ बढ़ रहा है. पिछले तीन दिनों से जिले में लगातार पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं. जिसके कारण लोगों में भय का माहौल है. जिला प्रशासन की चुनौतियां बढ़ गई हैं. सदर एसडीओ अरुण प्रकाश के मुताबिक युद्ध स्तर पर जिला प्रशासन की टीम काम कर रही है.
SDO अरुण प्रकाश ने कहा -
फर्स्ट बिहार झारखंड के साथ बातचीत में सदर अनुमंडल पदाधिकारी अरुण प्रकाश ने बताया कि जिले के कन्टेनमेंट ज़ोन में काफी सख्ती बरती जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए लगातार भोजपुरवासियों से अपील की जा रही है. आरा शहर के लोग भी प्रशासन के साथ काफी सहयोग कर रहे हैं. बता दें कि भोजपुर में अब तक डेढ़ दर्जन कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं. जिसमें फिलहाल 17 केस एक्टिव हैं. जबकि भोजपुर का सबसे पहला कोरोना मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गया है. उसे 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है.
SP सुशील कुमार ने कहा -
भोजपुर जिले में लगातार मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन का टेंशन बढ़ गया है. फर्स्ट बिहार झारखंड के साथ बातचीत में भोजपुर के पुलिस कप्तान सुशील कुमार ने कहा कि आरा शहर के करमन टोला इलाके में 32 साल की एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है. दरअसल इस महिला की पॉजिटिव रिपोर्ट सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की ओर से इसका पता हनुमान टोला बताया गया था. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ज्यादा घबराने की बता नहीं है. यह इलाका पहले से कन्टेनमेंट ज़ोन में शामिल था. सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का ख्याल रखा जा रहा है. हॉटस्पॉट इलाकों में प्रशासनिक टीम लगातार सख्ती बरत रही है.
भोजपुर डीएम ने कहा -
भोजपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिए जिला प्रशासन की टीम ने काफी व्यवस्था की है. 3 मई के बाद प्रवासियों के जिले में आगमन होते ही 21 दिनों के लिए उन्हें क्वारंटाइन कर के रखा जायेगा. इसके लिए जिले में 57 क्वारंटाइन सेंटर को चिन्हित किया गया है. सभी प्रवासियों के स्वास्थ्य जांच और खाने-पीने की समुचित व्यवस्था की गई है. सीओ और अन्य अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. सीसीटीवी से सबकी निगरानी की जाएगी. साथ ही क्वारंटाइन निर्देशों का सख्ती से पालन के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. आदेशों का पालन नहीं करने वालों के ऊपर आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी.