Bihar Election 2025: क्यों पहले चरण के मतदान की मॉनिटरिंग बनी बिहार चुनाव की सबसे बड़ी उपलब्धि? जानें पूरी खबर Bihar Elections: पटना साहिब में 107 साल की तारा देवी ने किया मतदान, पेश की मिसाल पहले चरण में बंपर वोटिंग से तेजस्वी यादव गदगद: कहा..बिहार की जनता ने बदलाव का बिगुल बजा दिया, 11 नवंबर को भी इसी तरह करें मतदान Bihar Elections First Phase: बछवारा में सबसे ज्यादा 71.22% मतदान, बेगूसराय में सबसे कम वोटिंग BIHAR ELECTION 2025: कल बिहार दौरे पर PM मोदी, औरंगाबाद और भभुआ में करेंगे जनसभा को संबोधित कटिहार में कांग्रेस की सभा में बवाल: इमरान प्रतापगढ़ी के नहीं पहुंचने पर बेकाबू हुई भीड़, कुर्सियां तोड़ीं और पोस्टर फाड़े Bihar Election 2025: दरभंगा में हेलिकॉप्टर से उतरते वक्त हैलीपैड पर गिरे इमरान प्रतापगढ़ी, कटिहार की रैली में मचा हंगामा Bihar Election 2025: दरभंगा में हेलिकॉप्टर से उतरते वक्त हैलीपैड पर गिरे इमरान प्रतापगढ़ी, कटिहार की रैली में मचा हंगामा Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद नेताओं के दावे तेज; प्रशांत किशोर बोले- नई व्यवस्था आने जा रही है Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद नेताओं के दावे तेज; प्रशांत किशोर बोले- नई व्यवस्था आने जा रही है
1st Bihar Published by: Updated Wed, 18 May 2022 06:35:55 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: राजधानी पटना स्थित अनूप इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स में डॉक्टरों ने एक बुजुर्ग महिला की सफल हिप सर्जरी की है। डॉ. आशीष सिंह के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने 84 वर्ष की महिला मरीज की सफल हिप सर्जरी किया। नई तकनीक से हुई इस सर्जरी के 24 घंटे बाद ही मरीज खड़ी होने में कामयाब रही। सर्जरी के बाद महिला मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
जानकारी के मुताबिक पटना स्थित वाणिज्य महाविद्यालय की सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ. विमला सिन्हा को 84 वर्ष की उम्र में हिप में फ्रैक्चर की शिकायत हो गई थी। यह फ्रैक्चर बेड पर करवट बदलने के दौरान हुआ था। ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी के कारण उनकी हड्डियां खोखली और कमजोर हो चुकी थीं जिसके कारण उन्हें यह समस्या हुई थी।
इस जटिल सर्जरी के बारे में अनूप इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स के डायरेक्टर और ऑर्थोपेडिक्स सर्जन डॉ. आशीष सिंह ने बताया कि अधिक उम्र और ऑस्टियोपोरोसिस के कारण यह सर्जरी चुनौतीपूर्ण होती है।हमारे अस्पताल में ऑर्थोपेडिक्स से जुड़ी विश्व की आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल होता है। नई तकनीक और अपने पूर्व के लंबे अनुभव के कारण सफलता पूर्वक यह सर्जरी कर पाया। डॉ. आशीष सिंह ने इंग्लैंड से एमसीएच की उच्च शिक्षा हासिल की है और वहां उन्होंने घुटने और हिप की जटिल सर्जरी काफी संख्या में की है। अनूप इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स में भी वे हजारों की संख्या में ऑर्थोपेडिक्स सर्जरी कर चुके हैं।
लंबे समय से बिस्तर पर थी मरीज
मरीज लंबे समय से बिस्तर पर थी और परिवार के लोग उनकी दैनिक दिनचर्या में हो रही असहनीय पीड़ा को देखकर काफी चिंतित थे। अमेरिका में रहने वाली बेटी जया प्रियदर्शी एवं उनके पुत्र और सुप्रीम कोर्ट में वकील कन्हैया प्रियदर्शी अपना- अपना काम छोड़कर मां की देख- रेख के लिए पटना आ गये थे। परिजन दिल्ली से लेकर अमेरिका तक उनके ऑपरेशन के लिए पता कर रहे थे।
मरीज की बेटी जया प्रियदर्शी कहती हैं कि इसी बीच हमें सौभाग्य से पटना में ही वर्ल्ड क्लास की सुविधा देने वाले अस्पताल अनूप इंस्टिट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स के बारे में पता चला। हमलोगों ने डॉ. आशीष सिंह की पूरी प्रोफाइल पढ़ी और उनपर विश्वास किया। इसका उम्मीद से भी बेहतर परिणाम सामने आया है।
ऑपरेशन के बाद मनाई शादी की 57वीं वर्षगांठ
जया प्रियदर्शी कहती हैं कि मां ऑपरेशन के कुछ ही दिन बाद जब अपनी शादी की 57वीं सालगिरह मना रही थी तो पूरे परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं था। सब की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। वे बताती हैं कि इस मौके पर मैं अपने आप को रोक नहीं पाई और अनूप इंस्टिट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स के बारे में फेसबुक पोस्ट किया ताकि देश- दुनिया में रह रहे लोगों को इसके बारे में पता चल सके और लोगों को इसका लाभ मिल सके। मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि मां को दूसरे बुजुर्गों की तरह अब बुढ़ापा बिस्तर पर नहीं बिताना होगा, वह फिर से चल सकती हैं।
सर्जरी से पहले डरा हुआ था परिवार
जया प्रियदर्शी कहती हैं कि जब हम डॉ. आशीष सिंह से मिले तब हमें फ्रैजिलिटी फ्रैक्चर बीमारी का पता चला जो कि उम्र बढ़ने के साथ लोगों में होती है। उन्होंने हमें सर्जरी करने की सलाह दी। इतनी अधिक उम्र में सर्जरी सफल हो पाएगी या नहीं इसे लेकर हम चिंतित थे। सर्जरी से पहले हम सभी डरे हुए थे लेकिन डॉ. आशीष सिंह पर भरोसा था। आज मां को खड़ा होते देख जो खुशी हो रही उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती। बस इतना ही कहना चाहती हूं कि पटना के अनूप इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स में हड्डी से संबंधित बीमारियों का दिल्ली, मुंबई और अमेरिका की तरह विश्व स्तरीय इलाज उपलब्ध है।