PATNA : राज्य के आंगनबाड़ी केन्द्रों की अब जांच की जाएगी. साथ ही अधिकारियों पर सख्ती बरती जाएगी. राज्य में एक लाख 14 हजार आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जहां बच्चों की संख्या लगभग 99 लाख से ऊपर है. ऐसे में कई जिलों से विभाग को शिकायत मिली है कि केंद्र नियमित नहीं चलता है और अधिकतर समय बंद रहता है. सेविका-सहायिका के मनमानी की खबरें भी आती रहती है.
इस शिकायत के बाद अब मुख्यालय स्तर पर जांच के लिए टीम गठित हुई है, जो 14 मार्च से जिलों में रैंडम जांच शुरू करेगी. वहीं, जो केंद्र बंद होंगे, उसकी पुष्टि होने पर सेविका-सहायिका के अलावा संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया है. आंगनबाड़ी केंद्रों पर सभी योजनाएं नियमित चलें और सभी योजनाओं का लाभ दिया जाये. इसके लिए विभागीय स्तर पर जांच टीम बनी बनायी गयी है. यह टीम रैंडम जांच करेगी.
राज्यभर में एक लाख 14 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों पर 99 लाख से अधिक बच्चों के वजन और लंबाई की जांच की जायेगी. इन केंद्रों पर 21 से 27 मार्च तक स्वस्थ बालक - बालिका स्पर्धा अभियान चलेगा. इस संबंध में समाज कल्याण के निदेशालय आइसीडीएस ने सभी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को निर्देश भेज दिया है.
जांच के लिए पहुंचे अधिकारी केंद्र से सटे आम लोगों से भी राय लेंगे, ताकि आंगनबाड़ी से संबंधित सही जानकारी टीम को मिल सके. इसके लिए विभाग की ओर से जांच टीम को भी एक फॉर्मेट दिया गया है, जिसमें कमियों को भरना है. साथ ही जांच के दौरान टीम ने क्या- क्या देखा. इसकी पूरी तस्वीर भी ली जायेगी.