MUMBAI: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को बीजेपी-एनसीपी की नई सरकार में बड़ी राहत मिली है. डिप्टी सीएम बनते ही 48 घंटे में 70 हजार करोड़ रुपए के सिंचाई घोटाले में एसीबी की टीम ने अजित को क्लीनचिट दे दी है.
कांग्रेस ने कहा-भाजपा का सफाई मशीन चालू है
इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने ''कहा कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने अजित पवार को क्लीन चिट दे दी है जो 70,000 रुपये के सिंचाई घोटाले में शामिल थे. वहां वह महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बने और यहां बंद कर दी गई है भ्रष्टाचार की फ़ाइलें. बीजेपी का सफाई मशीन चालू हैं.''
भाजपा के लिए बागी हो गए अजित
बीजेपी के साथ सरकार बनाने को लेकर अजित पवार एनसीपी से बागी हो गए हैं. एनसीपी के विधायक दल के नेता के हैसियत से अजित ने बीजेपी को समर्थन देकर डिप्टी सीएम का पद पा लिया, लेकिन इससे चाचा शरद पवार गुस्से में हो गए और विधायकों की बैठक की. जिसमें 5 विधायकों को छोड़ सभी पवार के साथ दिखें और बैठक में अजित को विधायक दल के नेता से हटा दिया गया है. शरद ने साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर उनकी पार्टी एनसीपी बीजेपी के साथ सरकार नहीं बनाएंगी. एनसीपी शिवसेना और कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगी. नई सरकार बनाने का विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. मंगलवार को फिर इस मामले पर सुनवाई होगी.