80 उत्कृष्ट विद्यालयों ने लिया आकार, CM हेमंत आज करेंगे उद्घाटन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना उद्देश्य

80 उत्कृष्ट विद्यालयों ने लिया आकार, CM हेमंत आज करेंगे उद्घाटन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना उद्देश्य

RANCHI: झारखंड में आज से स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत होने जा रही है. जिसके बाद राज्य के वंचित और गरीब बच्चों को समय की मांग के अनुरूप उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करने का सपना साकार हो सकेगा. बता दे CM हेमंत सोरेन का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. 


इस प्रोजेक्ट की शुरुआत प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के उद्देश्य से किया जा रहा है. CM हेमंत सोरेन आज इसका उद्घाटन करेंगे. जो आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जगन्नाथपुर स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव हाई स्कूल कैंपस में बने नवनिर्मित भवन का उदघाटन कर करेंगे. पहले चरण में पूरे राज्य में बने 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का ऑनलाइन उदघाटन होगा.


बता दें उदघाटन समारोह कार्यक्रम पूरी तैयारी कर ली गई है. जिसको लेकर शिक्षा विभाग के नवनीत उज्जवल ने बताया कि यह एक बेहतरीन प्रयास है. इसके तहत सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट भी आधुनिक तरीके से पढ़ाई कर सकेंगे. उन्हें सभी सुविधाएं दी जाएंगी. अब स्मार्ट क्लास और डिजिटल मैटेरियल के जरिए भी बच्चों को पढ़ाया जाएगा.


इस कार्यक्रम के पहले चरण में बोकारो, चतरा और देवघर को 3-3 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसके साथ धनबाद को 03, दुमका को 04, गढ़वा को 03, गिरीडीह को 04, गोड्डा को 03, गुमला को 03, हजारीबाग को 04, जामताड़ा को 03, खूंटी को 03, कोडरमा को 03, लातेहार को 04, लोहरदगा को 03, पाकुड़ को 03, पलामू को 03, पश्चिमी सिंहभूम को 04, पूर्वी सिंहभूम को 03 और रामगढ़ को 03 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसी तरह रांची को 05, साहिबगंज को 04, सरायकेला खरसावां को 03 और सिमडेगा को 03 स्कूल मिलने वाले हैं.


आपको बता दे इस योजना के तहत झारखंड में कुल 4496 स्कूल खोले जाएंगे. जिसके में आज पहले चरण में 80 स्कूल का उद्घाटन हो रहा है. सभी स्कूल CBSE से मान्यता प्राप्त हैं. विभाग के द्वारा स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है. जिन 80 सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट विद्यालय पहले चरण में बनाया जा रहा है, उस पर काम नवंबर 2021 में शुरू हुआ था. दिल्ली की तर्ज पर राज्य सरकार सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट बनाने का काम कर रही है. अब तक इस पर 310 करोड़़ रुपए खर्च हो चुके हैं. जिसके तहत पढ़ाई से लेकर खेलकूद की सामग्री और शिक्षकों के लिए रूम बनाए गए हैं.