DELHI: कश्मीर मसले पर लोकसभा में चर्चा के दौरान जेडीयू की बेबसी साफ साफ दिखी. जेडीयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह जब सदन में पार्टी का पक्ष रखने खड़े हुए तो सरकार के फैसले के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाये. अपने दो मिनट के औपचारिक भाषण में भी ललन सिंह प्रधानमंत्री-गृहमंत्री की तारीफ करना नहीं भूले. फिर वही किया जो पहले से तय था.
साफ साफ दिखी जदयू की बेबसी
जदयू के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दर्जनों मौकों पर बोल चुके हैं कि वे कश्मीर से धारा 370 हटाने की किसी भी कोशिश का विरोध करेंगे. लेकिन आज लोकसभा में जदयू की बेबसी साफ साफ दिखी. सदन में जदयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह बमुश्किल दो मिनट बोले. उसमें भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तारीफ थी. आतंकवाद से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की तारीफों के पुल बांधे गये. जोरदार आवाज में बोलने वाले ललन सिंह का गर्म तेवर गायब था. मुलायम अंदाज में उन्होंने कहा कि चूंकि उनकी पार्टी 1996 से ही ये कहती आयी है कि कश्मीर से धारा 370 हटाने का वो समर्थन नहीं करेगी. इसलिए जदयू के सांसद आज सदन का बहिष्कार जा रहे हैं. ललन सिंह ने केंद्र सरकार के खिलाफ एक शब्द भी बोलने से परहेज किया.
जनता और बीजेपी का मूड समझ रहे हैं नीतीश
दरअसल नीतीश कुमार कश्मीर मसले पर जनता और बीजेपी दोनों का मूड समझ रहे हैं. जदयू सूत्र बताते हैं कि कल शाम ही ललन सिंह और नीतीश कुमार के बीच लंबी बातचीत हुई थी. उसमें ही ये तय किया गया कि सदन में सरकार का विरोध नहीं करना है. नीतीश जानते हैं कि इस मसले पर ज्यादा सख्ती दिखायी तो फिर बीजेपी उसका हिसाब बराबर करने से नहीं चूकेगी. फिर बिहार में सरकार बचाना मुश्किल हो जायेगा. लिहाजा बिना ज्यादा कुछ बोले सदन का बहिष्कार करने की रणनीति तैयार की गयी थी.