PATNA: तीन तलाक बिल को अपनी इज्जत का सवाल बना चुकी केंद्र सरकार ने इस दफे राज्यसभा में इस बिल को पास कराने का जुगाड़ कर लिया है. बड़ी खबर ये आ रही है कि इस बिल को राज्यसभा में पास कराने के लिए भाजपा और जदयू के बीच भी फिक्सिंग हो गयी है. रास्ता ऐसा तलाशा गया है जिससे नीतीश की इज्जत भी बच जाये और केंद्र सरकार का काम भी निकल जाये.
BJP-JDU में डील
BJP सूत्रों की मानें तो JDU से बात तय हो गयी है. दरअसल, जदयू अगर राज्यसभा में तीन तलाक बिल के खिलाफ वोटिंग कर दे तो केंद्र सरकार के लिए इसे पास कराना लगभग नामुमकिन हो जायेगा. ऐसे में दोनों पार्टियों ने अपनी इज्जत बचाने का रास्ता निकाला है. जानकार सूत्र बताते हैं कि तय ये हुआ कि तीन तलाक बिल पर वोटिंग के दौरान जदयू के सांसद इसका बहिष्कार कर देंगे. इससे पहले चर्चा के दौरान जदयू नेता तीन तलाक बिल का पुरजोर विरोध जरूर करेंगे लेकिन वोटिंग का बहिष्कार कर देंगे. ये ठीक लोकसभा की तर्ज पर होगा. जहां तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान जदयू ने इसका विरोध जरूर किया लेकिन वोटिंग का बहिष्कार कर दिया था. राज्यसभा में इसी को दुहराने की तैयारी है.
दूसरे दलों से भी हुई सेटिंग
सरकार के प्रबंधकों ने दूसरे दलों को भी सेट किया है. बीजेपी सूत्रों की मानें तो तेलगांना राष्ट्र समिति (TRS) और वाई एस आर कांग्रेस से भी बात लगभग फाइनल हो गयी है. ये दोनों पार्टियां भी वोटिंग का बहिष्कार करेंगी. सरकार बिल का विरोध करने वाली कुछ और पार्टियों के सांसदों को सदन से गैरहाजिर करने का भी मैनेजमेंट कर चुकी है. तीन तलाक बिल पर वोटिंग के दौरान कम से कम 18 सांसदों के वोटिंग में हिस्सा न लेने का हिसाब-किताब सेट है. ऐसे में 240 मेंबर वाले राज्यसभा में वोटिंग में 222 सदस्य वोट करेंगे. सरकार को फिर 112 वोट की जरूरत होगी जिसका जुगाड़ कर लिया गया है.