लालू-राबड़ी राज में हुई पिता की मौत, अबतक बेटी को नहीं मिली अनुकंपा वाली नौकरी, 24 साल बाद शिकायत सुनकर नीतीश हैरान

लालू-राबड़ी राज में हुई पिता की मौत, अबतक बेटी को नहीं मिली अनुकंपा वाली नौकरी, 24 साल बाद शिकायत सुनकर नीतीश हैरान

PATNA : 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार फरियादियों की शिकायत सुन रहे हैं. सूबे के विभिन्न जिलों से आये फरियादी दो दर्जन से अधिक विभागों से जुड़ी समस्याओं को मुख्यमंत्री के सामने रख रहे हैं. सीएम के कार्यक्रम में पहुंची एक लड़की ने कहा कि 24 साल पहले उसके पिता की मौत हुई लेकिन आज तक उसे अनुकंपा वाली नौकरी नहीं मिली. यह सुनकर सीएम भी हैरान हुए और उन्होंने कहा कि ये तो कमाल है कि 1997 में इसके पिता की मौत हुई और आज तक इसे अनुकंपा का लाभ नहीं मिला. 


'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में फरियादी ने कहा कि "मेरे पिता सरकारी नौकरी में थे. वह गन्ना विभाग में तैनात थे. 1997 में उनकी मौत हो गई. 12 साल पहले में मां का भी निधन हो गया. लेकिन आज तक मुझे अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं मिली. 2009 से ही मैं भटक रही हूं लेकिन मुझे नौकरी नहीं मिल रही."


लड़की की शिकायत सुनकर बिहार के सीएम ने कहा कि "कमाल बात है कि 1997 में इसके पिता की मृत्यु हुई. लेकिन इसे नौकरी नहीं मिली." सीएम नीतीश ने फौरन संबंधित विभाग के अधिकारी को फोन घुमाया और कहा कि "एक महिला आई है. कह रही है कि इसके पिता तहसील कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे. मेरे पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर मेरी नौकरी नहीं हुई. आवेदन में लिखा हुआ है कि 6 दिसंबर 1997 को इसके पिता का देहांत हुआ था. क्या कारण है. क्या इशू है. इसे समझ लीजिये."


शिकायतकर्ता लड़की के मुताबिक साल 1997 में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी का राज था. 2009 में जब इसकी मां का निधन हुआ, तब नीतीश कुमार का शासन था. मां के मरे 12 साल और पिता का निधन हुए 24 साल हो गया. लेकिन उसे अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं मिल रही है.



बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज लगभग 150 लोगों की शिकायतों को सुनेंगे. इसके लिए पहले से लोगों ने रजिस्‍ट्रेशन करा रखा है. सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू हुआ यह कार्यक्रम दोपहर तक चलेगा. बारी-बारी से शिकायतकर्ता सीएम से मिल रहे हैं और अपनी बात उनके सामने रख रहे हैं. सीएम नीतीश आज ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, कृषि, सहकारिता, पशु एवं मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, उद्योग, गन्ना उद्योग, नगर विकास एवं आवास, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, योजना एवं विकास, पर्यटन, भवन निर्माण, सूचना एवं जनसंपर्क, वाणिज्यकर और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े मामलों को सुन रहे हैं. 


गौरतलब हो कि जनता दरबार में मुख्‍यमंत्री से अपनी शिकायत बताने के लिए आनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी है. रजिस्‍ट्रेशन के बाद अप्‍वाइंटमेंट मिलने पर ही आप मुख्‍यमंत्री से मिल सकते हैं. मुख्‍यमंत्री से मिलने के लिए आपको वेबसाइट www.jkdmm.bih.nic.in पर जनता दरबार सेक्शन में जाकर रजिस्‍ट्रेशन करना पड़ता है.


वेबसाइट पर रजिस्‍ट्रेशन के समय आवेदक को अपना नाम, पिता/पति का नाम, आधार नंबर, लिंग, जन्‍म का वर्ष, ईमेल और मोबाइल नंबर जैसी जानकारियां देनी होती है. इसके अलावा ओटीपी के जरिए रजिस्‍ट्रेशन पूरा होने के बाद आपको अपनी शिकायत के बारे में भी संक्षिप्‍त रूप से जानकारी देनी होती है. फिलहाल कोविड गाइडलाइन के कारण जनता दरबार में एक बार सीमित लोगों को ही बुलाया जाता है.