BETTIAH: दो युवकों को पेड़ से बांधकर पीटा गया, बैटरी चोरी का आरोप, वीडियो वायरल Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा दिल्ली दंगों का आरोपी शरजील इमाम, कोर्ट से मांगी अंतरिम जमानत Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा दिल्ली दंगों का आरोपी शरजील इमाम, कोर्ट से मांगी अंतरिम जमानत इंटैक हेरिटेज क्विज़ में पूर्णिया चैप्टर और विद्या विहार के छात्रों ने रचा इतिहास, जीता पहला स्थान Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे इस सीट से लड़ेंगे बिहार विधानसभा का चुनाव, NR कटवाने के बाद खुद किया एलान Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे इस सीट से लड़ेंगे बिहार विधानसभा का चुनाव, NR कटवाने के बाद खुद किया एलान Bhojpur News: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ने रचा नया इतिहास, 124 विद्यार्थियों का CHO के पद पर हुआ चयन Bhojpur News: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ने रचा नया इतिहास, 124 विद्यार्थियों का CHO के पद पर हुआ चयन IRCTC घोटाले को लेकर रोहित सिंह ने लालू परिवार पर बोला बड़ा हमला, कहा– ‘तेजस्वी की हार राघोपुर से तय’ Bihar News: बिहार से दिल्ली जा रही एक्सप्रेस ट्रेन की AC बोगी में उठा धुआं, रेल यात्रियों में मचा हड़कंप; ऐसे टला बड़ा हादसा
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Sat, 28 Jun 2025 07:05:41 PM IST
- फ़ोटो google
UP News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य के पांच राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों का नाम बदलने का बड़ा फैसला लिया है। इसका उद्देश्य तकनीकी शिक्षा को नई पहचान देना और छात्रों को प्रेरणा से जोड़ना है। सरकार के इस प्रस्ताव को राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने मंजूरी दे दी है।
राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों को अब उन महान व्यक्तित्वों और देवी-देवताओं के नाम से जाना जाएगा, जिन्होंने देश और समाज में ऐतिहासिक योगदान दिया है। प्राविधिक शिक्षा विभाग के अनुभाग-1 द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।
प्रतापगढ़ का राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अब 'भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर इंजीनियरिंग कॉलेज' के नाम से जाना जाएगा। मिर्जापुर का कॉलेज अब 'सम्राट अशोक इंजीनियरिंग कॉलेज' कहलाएगा। वहीं बस्ती का इंजीनियरिंग कॉलेज 'भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल इंजीनियरिंग कॉलेज' नाम से जाना जाएगा।
गोण्डा का कॉलेज अब 'माँ पाटेश्वरी देवी इंजीनियरिंग कॉलेज' के नाम से जाना जाएगा जबकि मैनपुरी का इंजीनियरिंग कॉलेज 'लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर इंजीनियरिंग कॉलेज' के रूप में जाना जाएगा। सरकार का मानना है कि इन नामों से न केवल कॉलेजों की पहचान मजबूत होगी, बल्कि छात्र देश के महान इतिहास और आदर्श व्यक्तित्वों से भी जुड़ सकेंगे।
विशेष सचिव विनोद कुमार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह फैसला संस्थानों को सिर्फ शिक्षा केंद्र नहीं बल्कि प्रेरणा केंद्र के रूप में विकसित करने का प्रयास है। इससे पहले, प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष कुमार पटेल ने 21 मई को मुख्यमंत्री को नाम परिवर्तन का प्रस्ताव भेजा था, जिसे अब स्वीकृति मिल गई है।