Bihar Crime News: बिहार में रेल पार्सल से शराब की तस्करी, पुलिस ने बड़ी खेप को किया जब्त BIHAR NEWS : शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, लाखों की आयरन-फोलिक एसिड की दवाइयाँ बर्बाद; DEO ने दिए यह आदेश Bihar Medical Colleges: बिहार के छात्रों के लिए सुनहरा मौका, अब इतने MBBS सीटों पर होगा नामांकन; जानें... Bihar Election 2025: बीजेपी बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों में दिखाएगी पीएम मोदी की फिल्म, शुरू हुआ 'सेवा रथ' अभियान Bihar Election 2025: बीजेपी बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों में दिखाएगी पीएम मोदी की फिल्म, शुरू हुआ 'सेवा रथ' अभियान Tejashwi Yadav : ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर तेजस्वी यादव, 5 दिनों तक इन जिलों का करेंगे दौरा Bihar News: रियल स्टेट हॉटस्पॉट बनकर उभर रहे बिहार के ये शहर, समय रहते निवेश करने वालों को भविष्य में भरपूर लाभ Bihar News: साइबर क्राइम की जांच पड़ गई उलटी, पुलिस ने ही छात्रा की पहचान को कर दिया उजागर Online Betting Case: युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ED का समन, पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया Online Betting Case: युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ED का समन, पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 02 Jun 2025 11:33:35 AM IST
- फ़ोटो Google
cybercrime awareness: अक्सर लोगों को लगता है कि स्मार्टफोन हैकिंग किसी हाई-टेक तकनीक से होती है, लेकिन असलियत इससे बिल्कुल अलग है। ज्यादातर साइबर हमले बेहद साधारण और हमारी रोजमर्रा की आदतों को ध्यान में रखकर किए जाते हैं। स्कैमर्स अब न तो किसी जटिल कोडिंग का सहारा लेते हैं, न ही किसी खतरनाक सॉफ्टवेयर का – बल्कि वो भरोसे, आदत और आपकी त्वरित प्रतिक्रिया को निशाना बनाते हैं।
इसलिए जरूरी है कि आप हमेशा सतर्क और सजग रहें, क्योंकि साइबर अपराधी कुछ बेहद सामान्य सी दिखने वाली तरकीबों से आपको बड़ी आसानी से फंसा सकते हैं। आइए जानते हैं वो 4 आम तरीके जिनसे लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं:
फर्जी QR कोड से पेमेंट स्कैम
QR कोड से पेमेंट करना जितना आसान है, उतना ही खतरनाक भी बन गया है। स्कैमर्स असली QR कोड की जगह नकली कोड वाला स्टिकर चिपका देते हैं। जैसे ही आप पेमेंट करते हैं, पैसा सीधे उनके अकाउंट में चला जाता है। लोग आसानी से फंस जाते हैं क्योंकि यह प्रक्रिया हमारी दिनचर्या में शामिल हो गई है।
खतरनाक ऐप्स जो दिखते हैं भरोसेमंद
फ्लैशलाइट, बैटरी सेविंग या फाइल क्लीनर जैसे ऐप्स अक्सर प्ले स्टोर पर भी मिल जाते हैं, जिससे लोग इन्हें बिना सोचे-समझे डाउनलोड कर लेते हैं। ये ऐप्स एक बार आपके फोन में इंस्टॉल हो जाएं, तो आपकी लोकेशन, मैसेज, कॉन्टैक्ट्स और निजी डेटा तक पहुंच बना लेते हैं — और आपको पता भी नहीं चलता।
फेक कस्टमर केयर नंबर से ठगी
कई बार लोग गूगल पर किसी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर खोजते हैं और पहले लिंक पर कॉल कर देते हैं। साइबर ठग नकली नंबर गूगल पर पोस्ट कर देते हैं, और कॉल पर बैंक या पेमेंट ऐप की जानकारी लेकर अकाउंट खाली कर देते हैं।
फर्जी इनाम या ऑफर के नाम पर लिंक भेजना
आपने लॉटरी जीती है" या "आपका नंबर सिलेक्ट हुआ है" जैसे मैसेज या मेल आना आम बात हो गई है। इनमें एक लिंक होता है जिसे क्लिक करते ही आपके फोन में मालवेयर घुस जाता है या बैंक जानकारी चुरा ली जाती है।
सावधानी ही सुरक्षा है:
QR कोड स्कैन करते समय ध्यान दें कि वह असली है या नहीं।
ऐप इंस्टॉल करने से पहले रिव्यू और परमीशन्स जरूर चेक करें।
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
कस्टमर केयर नंबर केवल ऑफिशियल वेबसाइट से ही लें।