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कॉफी डे एंटरप्राइजेज की दिवालिया प्रक्रिया में नया मोड़

एनसीएलएटी की न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा और तकनीकी सदस्य जतींद्रनाथ स्वैन की पीठ ने एनसीएलटी के पहले के आदेश को रद्द कर दिया।

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कॉफी डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड (सीडीईएल) के लिए एक नया झटका सामने आया है। नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के उस आदेश को रद्द कर दिया है, जिसके तहत सीडीईएल को कॉर्पोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) में शामिल किया गया था। 

गुरुवार को एनसीएलएटी की न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा और तकनीकी सदस्य जतींद्रनाथ स्वैन की पीठ ने एनसीएलटी के पहले के आदेश को रद्द कर दिया। यह निर्णय कंपनी की निदेशक मालविका हेगड़े द्वारा अगस्त 2024 में दिए गए चुनौती के बाद आया था। मालविका ने तर्क दिया था कि आईटीएसएल (इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड) दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) की धारा 7 के तहत एक वित्तीय ऋणदाता के रूप में योग्य नहीं है, और इसलिए आईटीएसएल के द्वारा दिवाला प्रक्रिया की याचिका दायर करने का कोई आधार नहीं था।

आईटीएसएल ने सितंबर 2023 में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि सीडीईएल ने 2019 और 2020 के बीच चार मौकों पर ₹200 करोड़ के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर का भुगतान नहीं किया था। आईटीएसएल का कहना था कि सीडीईएल ने इन भुगतानों में चूक की, जिसके चलते दिवालियापन प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए थी। हालांकि, एनसीएलएटी के फैसले ने इस मामले में एक नया मोड़ दिया और सीडीईएल को इस प्रक्रिया से राहत दी।

इस पूरी प्रक्रिया का असर कंपनी के शेयर बाजार में प्रदर्शन पर भी दिखाई दे रहा है। फिलहाल कॉफी डे एंटरप्राइजेज के शेयरों की ट्रेडिंग बंद है, और आखिरी बार इस शेयर का ट्रेडिंग प्राइस ₹21.28 था, जो 24 फरवरी 2025 का था। पिछले कुछ समय से कंपनी के शेयरों में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। पिछले एक महीने में इस शेयर में 20% की गिरावट आई है, जबकि पिछले छह महीने में यह 45% नीचे गिर चुका है।

इसके अलावा, 2025 में अब तक इस शेयर में 10% और पिछले एक साल में करीब 65% तक की गिरावट दर्ज की गई है। 19 जनवरी 2018 को जहां इस शेयर की कीमत ₹350 थी, वहीं अब तक इसमें करीब 95% तक की गिरावट देखी जा चुकी है, जो निवेशकों के लिए एक गंभीर चेतावनी है।