ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बच्चे की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में की तोड़फोड़ और मारपीट, डॉक्टर पर लगाया यह गंभीर आरोप महागठबंधन में भूचाल: VIP सुप्रीमो 'सहनी' और BJP अध्यक्ष की मुलाकात! आधी रात दोनों नेताओं की हुई मीटिंग... Bihar Teacher News: फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे कई शिक्षक बर्खास्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी के बड़े एक्शन के बाद मचा हड़कंप Bihar Crime News: शादी समारोह में दो पक्षों के बीच विवाद के बाद भीषण गोलीबारी, देखते ही देखते मातम में तब्दील हुआ ख़ुशी का माहौल SVU Raid: CO के ठिकाने पर बड़ी रेड, SVU सुबह से कर रही छापेमारी, कुछ दिनों पहले हुए थे निलंबित Bihar News: चलो शराब पीकर शराबियों को पकड़ते हैं".. जाम छलकाते थाने का ड्राइवर वायरल, अब होगा बड़ा एक्शन Bihar politics: तेजस्वी के तीन विधायक वांटेड...पुलिस को है तलाश, BJP ने जारी किया पोस्टर Religion: हनुमान जी की पूजा में करें इन मंत्रों का जाप, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य BIHAR JOB UPDATE: पैरों में चिप लगाकर दौड़ेंगे होम गार्ड अभ्यर्थी, चेस्ट मापने के लिए लगेगा यह मशीन Patna University: पटना यूनिवर्सिटी में आपको भी लेना है एडमिशन तो नोट कर लें यह डेट, जारी किया कैलेंडर

Bihar News : 20 साल से बनकर तैयार है ब्रिज, फिर भी हजारों लोगों के लिए चचरी पुल बना सहारा

Bihar News : बिहार के बेतिया के एक गाँव में २० वर्षों से पुल बनकर तैयार है इसके बावजूद लोग ना सिर्फ चचरी के पुल का सहारा लेने को विवश हैं बल्कि उसके इस्तेमाल के लिए टैक्स भी देने को मजबूर हैं.

Bihar News

28-Feb-2025 03:08 PM

Bihar News : बेतिया जिले के मैनाटाड़ प्रखंड के मर्जदवा पथ में हाजमाटोला गाँव है, जहाँ हरपतबेनी नदी पर 20 साल से पुल बनकर तैयार है मगर उसके बावजूद लोग उसका उपयोग नहीं कर पा रहे क्योंकि अब तक इस पुल को चालु करने की पहल किसी के द्वारा नहीं की गई है. नतीजा यह हुआ की लोग आज एक चचरी पुल के सहारे इस नदी को पार कर रहे हैं जिसके लिए उन्हें कर भी देना पड़ता है, बताया जा रहा है कि इसी पुल के सहारे करीब 20 हजार की आबादी आवागमन करती है.


बताते चलें कि 20 वर्ष पहले इस नदी पर लगभग 21.5 लाख रूपये की लागत से पुल का निर्माण कराया गया था लेकिन आजतक एक भी राहगीर को इसका फायदा नहीं मिल सका है. इसके पीछे का कारण यह है कि इस पुल के एप्रोच के ठीक सामने ही एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है, वह व्यक्ति इसे अपनी निजी भूमि बतला रहा,   हैरानी की बात यह है कि आजतक किसी भी नेता या प्रशासन द्वारा इस बारे में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.


हालाँकि 2018 के अप्रैल महीनें में तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर आधा दर्जन थानों के पदाधिकारियों के द्वारा अतिक्रमण करने वाले हरेन्द्र महतों की दीवार ध्वस्त कर दी गयी थी, वहां मौजूद पेड़ को काटकर तथा मिटटी भराई कर पुल को शुरू करने की योजना अबतक सफल नहीं पाई है और लोगों को आज भी 5 रूपये का शुल्क अदा कर चचरी पुल के सहारे नदी को पार करना पड़ रहा.


ज्ञात हो कि बरसात के दिनों में हरपतबेनी नदी का जलस्तर बढ़ जाता है जिसके बाद यह चचरी का पुल भी निष्क्रीय हो जाता है और लोगों को आसपास के गाँव में जाने के लिए दुगनी दूरी तय करनी पड़ जाती है. स्थानीय लोग इस वजह से परेशान और आक्रोशित हैं, साथ ही अब भी वे यह उम्मीद लिए बेबस होकर सरकार की तरफ देख रहे कि शायद आज नहीं तो कल इनकी इस समस्या का निदान होगा.