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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 28 May 2025 02:40:04 PM IST
परिवहन विभाग और रेड की फाइल तस्वीर - फ़ोटो Google
Bihar Transport News: बिहार का परिवहन विभाग अपने कारनामों की वजह से चर्चे में रहता है. यहां बचाने और फंसाने का खुला खेल चलता है. भ्रष्टाचार की बात तो पूछिए ही नहीं. पश्चिम चंपारण (बेतिया) डीटीओ कार्यालय में पदस्थापित मोटरयान निरीक्षकों के एक से बढ़कर एक कारनामें सामने आये हैं. लेकिन परिवहन विभाग मुंह देखकर कार्रवाई कर रहा. ऐसे में सवाल परिवहन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर ही उठ रहे हैं. एक मोटरयान निरीक्षक जिनके खिलाफ सहयोगी महिला मोटरयान निरीक्षक ने शिकायत की तो जांच कर आरोपी को मुख्यालय बुला लिया गया. दूसरे मोटरयान निरीक्षक जिनके कारनामों की पोल बेतिया के जिलाधिकारी ने खोली, जिला परिवहन पदाधिकारी ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया, उस मोटरयान निरीक्षक के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. क्या ऐसे में सवाल खड़े नहीं होंगे ? सचिवालय में बैठे जिम्मेदार अधिकारी, जिनके कंधों पर कार्रवाई का जिम्मा है, वे पूरे मामले पर मुंह बंद रखे हुए हैं. इस संबंध में हमने परिवहन कमिश्नर से भी पक्ष जानना चाहा. सवाल भेजकर उनका पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.
बेतिया में एमवीआई का दो मामला, एक में एक्शन...दूसरे में परिवहन विभाग की चुप्पी
बेतिया में मोटरयान निरीक्षकोंं के मामले में परिवहन विभाग कटघरे में है. पहला केस जानिए....बेतिया डीएम ने 30 जनवरी 2025 को फिटनेस जांच केंद्र पर छापेमारी की. मोटरयान निरीक्षक अनूप सिंह की जगह दलाल गाड़ियों का फिटनेस जांच करते मिले, दलालों के पास से एमवीआई का मोबाइल मिला. पुलिस ने दो दलाल को गिरफ्तार किया. संबंधित मोटरयान निरीक्षक अनुप कुमार सिंह वहां नहीं मिले. बेतिया डीटीओ ने मुफस्सिल थाने में केस सं- 58/25 दर्ज कराया. केस में एमवीआई अनूप कुमार व अन्य को आरोपी बनाया गया. अब दूसरे मामले पर आइए.....एमवीआई अनूप कुमार सिंह प्रकरण के दो दिनों के बाद बेतिया की महिला मोटरयान निरीक्षक ने 1 फरवरी 2025 को सहयोगी मोटरयान निरीक्षक संतोष कुमार दास के खिलाफ शिकायत की. परिवहन विभाग ने 21 मई को आदेश जारी कर उक्त एमवीआई संतोष कुमार दास को मुख्यालय बुला लिया. जबकि इस कांड से पहले के मामले में, जिनके खिलाफ डीएम ने छापेमारी की, डीटीओ ने एमवीआई अनूप कुमार सिंह व अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया, आज तक आरोपी मोटरयान निरीक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. वो आज भी फील्ड में ड्यूटी बजा रहे. वो बेतिया के साथ-साथ गोपालगंज में भी. सवाल यहीं खड़ा होता है परिवहन विभाग ने अब तक कोई एक्शन क्यों नहीं लिया ? आखिर कार्रवाई करने में परिवहन विभाग की क्या मजबूरी है ?
बेतिया डीएम ने की थी छापेमारी
30 जनवरी 2025 को बेतिया के जिलाधिकारी ने मोटरयान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह के खेल का खुलासा किया था. जांच में पाया गया था कि बेतिया के मोटरयान निरीक्षक गाड़ियों की फिटनेस जांच का काम भाड़े पर आदमी रखकर कराते हैं. एमवीआई अपना सरकारी मोबाइल तक भाड़े के आदमियों के जिम्मे सौंप रखा है. पश्चिम चंपारण के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने जब छापेमारी की तो इस खेल का खुलासा हुआ. बेतिया के जिला परिवहन पदाधिकारी ने बजाप्ता थाने में मुकदमा दर्ज कराया,जिसमें मोटरयान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह को आरोपी बनाया गया . इतने बड़े खेल का खुलासा होने के बाद भी आरोपी एमवीआई अनूप कुमार सिंह के खिलाफ परिवहन विभाग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की.
बेतिया डीटीओ ने एमवीआई अनूप सिंह पर दर्ज कराया था केस
पश्चिम चंपारण( बेतिया) के तत्कालीन जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण प्रकाश ने 30 जनवरी को मुफस्सिल थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई थी. डीटीओ की तरफ से दर्ज कराए गए केस में कहा गया था कि उन्हें विभिन्न माध्यमों से फिटनेस जांच के लिए अवैध रुपया वसूलने की शिकायत मिल रही थी. इस आलोक में 30 जनवरी 3:30 बजे बेतिया के आईटीआई फील्ड का निरीक्षण किया. जिसमें गाड़ियों का फिटनेस, ट्रांसफर व अन्य कार्यों के लिए 9 लोग उपस्थित थे. फील्ड में संतोष कुमार दास, मोटरयान निरीक्षक बेतिया उपस्थित थे.इनके द्वारा वाहनों के ट्रांसफर के लिए नियमित जांच की जा रही थी. फील्ड में डीटीओ कार्यालय के डाटा एंट्री ऑपरेटर हैदर अंसारी मिले. उनसे पूछताछ की गई तो बताया की मोटर यान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह के साथ वाहनों के फिटनेस जांच के लिए फोटो खींचने आए हैं. जांच के दौरान फिटनेस जांच के लिए प्राधिकृत मोटर यान निरीक्षक (mvi) अनूप कुमार सिंह अनुपस्थित पाए गए. उनको देखते ही 5-6 की संख्या में लोग कागज लेकर भागने लगे. दो व्यक्तियों को पीछा करके पकड़ा गया. जिसमें एक राजीव कुमार और दूसरे राजू सिंह था. अन्य लोग संभतः पैसा और कागज लेकर भागे हैं. पकड़े गए लोगों के पास से परिवहन विभाग से संबंधित विभिन्न प्रकार के कागजात, राजीव कुमार के पास से चार मोबाइल मिला है .गाड़ियों को भी जब्त किया गया.बेतिया डीटीओ ने थाने में दिए आवेदन में यह भी उल्लेख किया है कि फील्ड में मौजूद दूसरे मोटर यान निरीक्षक संतोष कुमार दास एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर हैदर अंसारी ने पकड़े गए दोनों दलालों को अनूप कुमार सिंह, मोटर यान निरीक्षक के साथ बराबर देखे जाने की पुष्टि की है. जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण प्रकाश ने जो केस दर्ज कराया है, उसमें कहा है कि पकड़े गए दोनों शख्स की गाड़ी से परिवहन विभाग के कागजात पाया जाना संदेहास्पद है. स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि अवैध राशि की उगाही में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. फिटनेस जांच के लिए प्राधिकृत अनूप कुमार सिंह मोटर यान निरीक्षक जांच स्थल से अनुपस्थित रहे, यह गंभीर मामला है.
महिला मोटर निरीक्षक की शिकायत पर हुई जांच
परिवहन विभाग ने 21 मई को एक आदेश जारी किया है. पत्र में कहा गया है कि मोटरयान निरीक्षक बेतिया ### कुमारी द्वारा बेतिया के ही दूसरे मोटरयान निरीक्षक संतोष कुमार दास के खिलाफ 1 फरवरी 2025 को शिकायत पत्र दिया गया था. जिस आलोक में मामले की जांच संयुक्त आयुक्त सह सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार मुजफ्फरपुर से कराई गई। जांच में आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाये गए। इस संबंध में संतोष कुमार दास से स्पष्टीकरण की मांग की गई। दास द्वारा दिए गए जवाब से परिवहन विभाग संतुष्ट नहीं हुआ।
परिवहन विभाग ने पुरूष एमवीआई को मुख्यालय बुलाया
परिवहन विभाग के आदेश में कहा गया है कि संतोष कुमार दास मोटरयान निरीक्षक बेतिया को अगले आदेश तक परिवहन विभाग (मुख्यालय) में तैनात किया जाता है. जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि उनके खिलाफ प्रतिवेदित आरोप पत्र गठित कर उपलब्ध कराएं . परिवहन विभाग के संयुक्त सचिव के हस्ताक्षर से पत्र जारी किया गया है.