ब्रेकिंग न्यूज़

जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं

Kho kho World Cup 2025: पिता बेचते हैं सब्जी, बेटी जीत ले आई वर्ल्ड कप, खो खो विश्व चैम्पियनशिप में बिहार की मोनिका ने किया कमाल

Kho kho World Cup 2025: बिहार के भागलपुर की रहने वाली मोनिका ने संसाधनों की कमी के बावजूद वह मुकाम हासिल कर लिया, जिसके लिए अच्छे-अच्छे तरसते हैं. खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में मोनिका ने भारतीय टीम के लिए 6 अंक हासिल कर टीम को जीत दिलाई.

Kho kho World Cup 2025

21-Jan-2025 03:49 PM

By FIRST BIHAR

Kho kho World Cup 2025: बीते 19 जनवरी को खेले गए खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया था। 38 पॉइंटस के बड़े अंतर से नेपाल को हराकर भारतीय महिला टीम खो-खो में वर्ल्ड चैम्पिन बन गई थी। टीम में बिहार की एक बेटी भी शामिल थी, जिसने कम संसाधनों के बावजूद देश और अपने राज्य का नाम रोशन करने का काम किया है।


दरअसल, दिल्ली में पिछले दिनों आयोजित खो खो विश्व चैम्पियनशिप में भागलपुर के नवगछिया की रहने वाले विनोद साह की बेटी मोनिका ने अपना दम दिखाया था। 11 नंबर की जर्सी पहनी मोनिका ने भारतीय टीम के लिए 6 अंक हासिल किए थे। बेहद गरीब परिवार से आने वाली मोनिका ने कभी भी खेल के बीच अपनी आर्थिक समस्या को नहीं आने दिया और निरंतर प्रयास करती रहीं और आखिरकार वह मुकाम हासिल किया जिसको हासिल करने के लिए अच्छे-अच्छे लोग तरसते हैं।


मोनिका के पिता विनोद साह बताते हैं कि सब्जी बेचकर वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। एक कमरे के मिट्टी के मकान में पूरा परिवार रहता है। विनोद भावुक होकर कहते हैं कि उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह बेटी के लिए अच्छे जूते ला सकें जिसके कारण वह नंगे पैर मैदान में खेलती थी लेकिन आखिरकार उसने वह मुकाम हासिल कर लिया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी आज देश का नाम रोशन कर रही है, यह देखकर काफी खुशी हो रही है। 


वहीं मोनिका की मां जुदा देवी ने बताया कि मोनिका बचपन से ही खेल में काफी आगे थी और देश के लिए खेलने का उसका सपना था। अक्सर कहा करती थी कि देश के लिए खेलूंगी लेकिन गरीबी के कारण आगे बढ़ने में काफी परेशानी होती थी। किसी तरह से पढ़ा लिखाकर आगे बढाया। उन्होंने बताया कि उनके घर में टीवी नहीं है। मैच हो रहा था तो दूसरे के घर जाकर टीवी देख रहे थे। अपनी बेटी को गली में खेलते देखती थी लेकिन उसे टीवी पर खेलता देखकर सीना चौड़ा हो गया।