बिहार का चेरापूंजी कहे जाने वाला जिला किशनगंज में शीतलहर का कहर जारी, जनजीवन अस्त-व्यस्त, अलाव की व्यवस्था नहीं Delhi Metro Project 2025 : दिल्ली-NCR को मोदी सरकार का न्यू ईयर गिफ्ट, मेट्रो Phase-VA का विस्तार, 13 नए स्टेशन बनेंगे Maysa: रश्मिका मंदाना की फिल्म 'मायसा' की पहली झलक आई सामने, नए साल में करेगी धमाका Bihar Railway Connectivity : बिहार में रेल कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार, इस रेलवे स्टेशन पर बनेंगे दो नए प्लेटफॉर्म RRB सेक्शन कंट्रोलर और ग्रुप डी भर्ती 2026: जानिए... परीक्षा तिथि और एडमिट कार्ड की पूरी डिटेल Bihar MDM scam : बिहार में एमडीएम घोटाला, हेडमास्टरों से 1.92 करोड़ की वसूली, शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप Vaibhav Suryavanshi: वैभव सुर्यवंशी के बल्ले का जलवा..., बिहार के लाल ने 'विजय हजारे ट्रॉफी' में खेली ताबड़तोड़ पारी bihar land purchase rule : बिहार में जमीन खरीद से पहले जान लें नए नियम, सरकार ने जारी किया आदेश; आप भी जान लें क्या है ख़ास Bihar News: बिहार में आपराधियों पर पुलिस का शिकंजा, इन 5 जगहों पर बनेंगे रेल अपराध नियंत्रण केंद्र और नया थाना bike accident : बाइक और फ्लाई ऐश ट्रक की टक्कर में दो युवकों की दर्दनाक मौत, मौके पर मचा हडकंप
09-Mar-2025 06:45 AM
By First Bihar
Women's Fast: भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी के रूप में पूजा जाता है, और धर्मशास्त्रों में नारी को सृजन, शक्ति और करुणा का प्रतीक माना गया है। भारत में महिलाओं के लिए कई व्रत विशेष रूप से फलदायी माने जाते हैं, जिनका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। ये व्रत न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख व्रतों के बारे में:
1. करवा चौथ व्रत
महत्व: यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाता है।
विधि: इस दिन महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं और रात में चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलती हैं।
2. तीज व्रत (हरियाली तीज, कजरी तीज, हरतालिका तीज)
महत्व: सुहागिन महिलाओं के लिए यह व्रत अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
विधि: भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करके महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखद दांपत्य जीवन की कामना करती हैं।
3. वट सावित्री व्रत
महत्व: यह व्रत सावित्री और सत्यवान की कथा पर आधारित है।
विधि: महिलाएं वट (बरगद) वृक्ष की पूजा करती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
4. सौभाग्य सुंदरी व्रत
महत्व: यह व्रत विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए किया जाता है जो अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की इच्छा रखती हैं।
विधि: देवी गौरी और भगवान शिव की पूजा की जाती है।
5. सोमवारी व्रत
महत्व: यह व्रत विशेष रूप से कुंवारी कन्याओं और सुहागिन महिलाओं के लिए शुभ माना जाता है।
विधि: भगवान शिव को प्रसन्न करने और अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए किया जाता है।
6. संकष्टी चतुर्थी व्रत
महत्व: यह व्रत संतान प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र के लिए किया जाता है।
विधि: भगवान गणेश की पूजा की जाती है और चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोला जाता है।
7. मां दुर्गा और नवरात्रि व्रत
महत्व: महिलाओं के लिए शक्ति और समृद्धि प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।
विधि: मां दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख-शांति और सफलता मिलती है।
8. प्रदोष व्रत
महत्व: यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है।
विधि: विवाहित और अविवाहित दोनों महिलाओं के लिए यह शुभ माना जाता है।
9. गुरु पुष्य नक्षत्र व्रत
महत्व: धन, सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए यह व्रत रखा जाता है।
विधि: यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं को शुभ फल देने वाला माना जाता है।
10. अजा एकादशी व्रत
महत्व: यह व्रत सभी पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है।
विधि: महिलाओं के लिए सौभाग्य और सुख-समृद्धि का कारक होता है।
महिला दिवस के अवसर पर यह समझना आवश्यक है कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। धार्मिक परंपराओं में उनके लिए विशेष रूप से निर्धारित व्रत उनकी शक्ति, त्याग और परिवार के प्रति समर्पण का प्रतीक हैं। इन व्रतों के माध्यम से महिलाएं न केवल आध्यात्मिक संतुलन स्थापित करती हैं, बल्कि अपने परिवार के सुख-समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करती हैं।