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12-Feb-2025 09:07 PM
By Tahsin Ali
purnea: पूर्णिया के दुर्गा मंदिर खुश्कीबाग प्रांगण में आज से महायज्ञ का आयोजन हुआ। 12 से 20 फरवरी तक चलने वाले श्री श्री 1008 लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह श्रीराम कथा का शुभारंभ के मौके पर बुधवार को भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गई। साधु संतों एवं महापौर विभा कुमारी की अगुवाई एवं समाजसेवी जितेंद्र यादव जी देखरेख में हजारों की संख्या में महिलाओं ने माथे पर कलश रखकर नगर भ्रमण किया।
कलश यात्रा में शामिल महिलाएं सौरा नदी सिटी घाट से जल भरकर वापस कथा स्थल पहुंची। तत्पश्यात पूरे विधि विधान के साथ साध्वी सरस्वती जी, महापौर विभा कुमारी एवं समाजसेवी जितेंद्र यादव द्वारा पूजा आराधना एवं आरती के बाद रामकथा सह महायज्ञ की शुरुआत हुई। महापौर विभा कुमारी एवं समाजसेवी जितेंद्र यादव ने कथा वाचिका साध्वी सरस्वती जी का स्वागत फूल माला पहना कर किया।
महापौर विभा कुमारी ने राम कथा के मौके पर उपस्थित कथावाचिका दीदी साध्वी सरस्वती जी और राम कथा से जुड़े पूरी टीम का नगर निगम परिवार की ओर से हार्दिक स्वागत और अभिनंदन किया। साथ ही महाराज हरिओम बाबा का जिनके सानिध्य में महायज्ञ का आयोजन हो रहा है,इसके अलावा आचार्य हरिनारायण द्विवेदी, अनूप जी, सतीश जी, नीरज जी, आकाश जी और अन्य आचार्यों का भी स्वागत किया।
महापौर ने कहा कि भगवान श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाते थे। मर्यादा पुरुषोत्तम इसलिए कहलाए कि उन्होंने अपने जीवन में मर्यादा के सभी मापदंडों का अक्षरसः पालन किया। उन्होंने बताया कि एक आदर्श पुत्र, पति, भाई और राजा कैसा होना चाहिए। कहते हैं कि राम कथा के श्रवण मात्र से पापों से मुक्ति मिलती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। इससे जन्म-मरण, आत्मा-परमात्मा का ज्ञान तो होता ही है, जीवन में निराशा और नकारत्मकता के भाव नहीं आते हैं जो जीवन में सफल होने के लिए आवश्यक हैं।
राम कथा का मूल मंत्र सदाचार है। आप सदाचार का पालन करते हैं तो इससे धार्मिक, सामाजिक और लौकिक मर्यादा की स्थापना होती है। कहा कि ,इस तरह के कथा के आयोजन का यह उद्देश्य होता है कि हम अपने जीवन में नैतिकता का पालन करें, अपने कर्तव्य का पालन करें, ऐसे सभी कार्यों से दूर रहें जो समाज की नजर में अनैतिक है। कहा कि,आशा करती हूँ कि इस नौ दिवसीय राम कथा कार्यक्रम के श्रवण से जो कुछ आप सब सीखेंगे उसे अपने निजी और सामाजिक जीवन मे उतारने का प्रयास करेंगे।
वहीं समाजसेवी जितेंद्र यादव ने रामकथा के कार्यक्रम में उपस्थित सम्मानित शहरवासियों, सार्वजनिक दुर्गा मंदिर ख़ुश्कीबाग के सदस्यगण, कथावाचिका दीदी साध्वी सरस्वती और उनकी पूरी टीम तथा महाराज हरिओम बाबा का जिनके सानिध्य में महायज्ञ का आयोजन हो रहा है और उनकी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि ,रामकथा सुनने से जीवन में परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त होता है। भगवान श्री राम ने हमें बताया कि बुराई से हमेशा दूर रहना चाहिए। वक्त बुरा भी होगा और अच्छा भी होगा लेकिन अपनों का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि तकलीफ और कठिन परिस्थितियां सबके जीवन में आती है लेकिन उसका सामना करने से अच्छे दिन भी आते हैं।कहा कि, उम्मीद है कि नौ दिनों के इस कार्यक्रम को आप ध्यानपूर्वक सुनेंगे और उसे अपने जीवन मे अपनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से जो भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं उन्हें अपने अंदर के ईर्ष्या, द्वेष और सभी प्रकार के विकारों का त्याग करना होगा तभी इस कार्यक्रम की सार्थकता साबित होगी।
राम कथा सह महायज्ञ के आयोजन में मुख्य रूप से कार्यक्रम संचालक सुंदर झा, सहयोगी वीरेन्द्र चौधरी, संकू मंजुल, अमित गुप्ता, अमित महतो, शंभू राउत, विलास चौधरी, पूर्व वार्ड पार्षद डब्लू गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, आनंद झा, काशी देवी, रूपक जी, दिलीप गुप्ता, पंकज सिंह, गुलाब जी डुग्गर, विक्रम चंद डागा, हरिहर यादव, प्रभात पोद्दार सहित समिति के सभी सदस्य एवं स्थानीय लोगों का सराहनीय सहयोग है।