BIHAR: कंपाउंडर के बेटे ने नीट में 390 रैंक हासिल कर पिता का सपना किया साकार, पहले प्रयास में मिली सफलता बिहार वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार बने धार्मिक न्यास पर्षद के सदस्य, वैश्य समाज के लोगों ने दी बधाई ROHTAS: जेल से छूटकर आने के बाद भाई के जख्म का लिया बदला, चलती बस में आरोपी को मारा चाकू ARRAH: समाजसेवी अजय सिंह ने बखोरापुर में मनाया जन्मदिन, खिलाड़ियों और छात्रों को किया सम्मानित डोमिसाइल नीति पर तेजस्वी यादव और आरजेडी की दोहरी सोच बेनकाब: ऋतुराज सिन्हा भाजपा को चाहिए सिर्फ आपका वोट, सीवान में बोले मुकेश सहनी..आपकी तकलीफों से बीजेपी कोई लेना-देना नहीं How to Become Pilot: 12वीं के बाद पायलट बनने का सपना करें पूरा, जानें... कौन सा कोर्स है जरूरी Bihar News: 19 जून को इस जिले में लगेगा रोजगार कैंप, 8वीं पास से लेकर ITI वालों तक के लिए नौकरी Bihar News: शराब मामले में गिरफ्तार महादलित युवक की जेल में मौत, परिजनों का हंगामा Ahmedabad Plane Crash: कौन है 17 वर्षीय नाबालिग, जो विमान हादसे का बना गवाह? पुलिस ने की पूछताछ
16-Jun-2020 12:43 PM
By Pranay Raj
NALNDA: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के एक फैंस ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली. वह सुशांत की मौत की खबर से सदमे में था. वह बार-बार कहता था कि सुशांत मर नहीं सकते हैं. यह घटना नालंदा जिले के चंडी थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव की है.
सुसाइड से पहले देखी फिल्म
सुसाइड से पहले स्टूडेंट ने सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म एमएस धोनी अनटोल्ड स्टोरी रात में देखा था.आज सुबह वह अपने निर्माणाधीन मकान के कमरे में गया और वहां कमरे का दरवाजा बंद कर रस्सी के सहारे फंदे से झूल गया. काफी देर तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन वहां गए और दरवाजा खटखटाया पर दरवाजा नहीं खुला तो किसी अनोहनी की आशंका से दरवाजा तोड़े तो कमरे का नजारा देख दंग रह गए. इसके बाद चीख पुकार मच गयी. घटना की जानकारी मिलते ही चंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए बिहार सदर अस्पताल लायी. थानाध्यक्ष रितु राज कुमार ने बताया कि यूडी केस दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. उन्होंने बताया कि छात्र सुशांत सिंह की मौत से डिप्रेशन में चल रहा था.
बार-बार कहता था फांसी लगाने से मौत नहीं हो सकती
परिजनों ने बताया कि सुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड की खबर के बाद वह परेशान था. बार-बार मां और पिता से कहता था कि क्या कोई फांसी लगाने से मर सकता है. यही बात वह अपने दोस्तों से भी करता था कि हमेशा मुस्कुराते रहने वाला व्यक्ति फांसी लगा सकता है, क्या कोई फांसी लगा लेने से कोई मर जाता है इन्हीं चंद सवालों के बीच वह अकेला और तन्हा रह रहा था.