पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने
20-May-2021 02:57 PM
DESK : एसपी पर नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म करने का मामला दर्ज किया गया है. जानकारी के अनुसार, पीड़िता की मां अफसर की सहकर्मी है और उसी ने मामले की शिकायत की है. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं, इस खबर के सामने आते ही हड़कंप मच गया है.
घटना असम के चिरांग जिले की है. असम पुलिस ने एक आईपीएस अफसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक असम के चिरांग जिले के एसपी पर एक सहकर्मी की 14 वर्षीय बेटी के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. इस मामले में असम पुलिस ने आरोप पत्र दायर किया.अब मामले की जांच की जा रही है.
बताया जा रहा है कि 14 मई को असम सरकार के गृह (ए) विभाग द्वारा जारी एक आदेश में गौरव उपाध्याय को चिरांग जिले के पुलिस अधीक्षक के रूप में स्थानांतरित और तैनात किया गया था. वह पहले गुवाहाटी में सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) के पद पर तैनात थे. मिली जानकारी के अनुसार इस साल 31 मार्च को, IPC की धारा 354, 354A और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत आरोप पत्र दायर किया गया था. जांच के बाद चार्जशीट दायर की गई, जिसमें मामले की सुनवाई होना अभी बाकी है. सबूतों से पता चला कि गौरव उपाध्याय इस मामले में शामिल थे.
डीजीपी महंता ने बताया कि आईपीएस अफसर के तबादले के आदेश गृह मंत्रालय से मिले हैं. जानकारी के मुताबिक, यौन उत्पीड़न की यह घटना 31 दिसंबर 2019 के दौरान हुई थी. उस दौरान आरोपी के घर में एक पार्टी थी. इस मामले में 3 जनवरी 2020 को महिला थाने में आरोपी के खिलाफ नाबालिग की मां ने शिकायत दर्ज कराई थी. बता दें कि पीड़िता की मां असम पुलिस में वरिष्ठ अधिकारी हैं. हालांकि, यह केस बाद में सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया. चार्जशीट में बताया गया है कि इस घटना के पीड़िता गंभीर मानसिक स्थिति से गुजर रही है.