ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय Bihar news: बिहार विधान परिषद में नौकरी करने का सुनहरा मौका, निकली इतने पदों पर भर्ती; जानिए कैसे करें आवेदन School Fees : स्कूलों में डिजिटल ट्रांसपेरेंसी का बड़ा कदम, अब UPI से होगी फीस पेमेंट; खत्म होंगी लंबी लाइनें Success Story: IFS ऑफिसर गीतिका की अनसुनी दास्तां, खुद को सोशल मीडिया से दूर कर कैसे किया कमाल? आप भी जानिए अनोखी ट्रिक Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज, राघोपुर से शुरू किया चुनावी अभियान Diwali 2025: दिवाली पर सिर्फ लक्ष्मी-गणेश ही नहीं, बल्कि इन मूर्तियों को भी लाए घर; फायदे जानकर रह जाएंगे दंग Bihar election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी का वर्चुअल संवाद. शुरू होगा ‘मेरा बूथ सबसे मज़बूत’ अभियान BJP Candidates : बीजेपी ने तीन उम्मीदवारों के नाम किए घोषित, एक मुस्लिम कैंडिडेट के नाम का हुआ एलान

प्रशासन ने उड़ाई सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, प्रवासी मजदूरों को मालवाहक गाड़ियों से ले जाया गया क्वारेंटाइन सेंटर

प्रशासन ने उड़ाई सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, प्रवासी मजदूरों को मालवाहक गाड़ियों से ले जाया गया क्वारेंटाइन सेंटर

08-May-2020 11:34 AM

By DEEPAK RAJ

WEST CHAMPARAN : हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए दूरी जरूरी है. वहीं प्रशासन भी अभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने ले लिए आम लोगों से लगातार अपील कर रही है. लेकिन बगहा में ठीक इसके उलट प्रशासनिक अधिकारियों ने ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई है. 

प्रवासी मजदूरों को लेकर सरकार लाख दावे कर ले लेकिन हकीकत कुछ औऱ ही है. बगहा में  प्रशासनिक अधिकारियों ने ट्रैक्टर और मालवाहक वाहनों से प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटाइन सेंटर तक पहुंचाया है. इस दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और ना ही मजदूरों को सुरक्षित पहुंचाने के बारे में सोचा गया. 

बगहा के डीएम एकेडमी में स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को क्वारेंटाइन सेंटर भेजना था. लेकिन आप तस्वीरों में देख सकते हैं किस तरह प्रवासी मजदूरों को ठूसठूस कर गाड़ियों में भेजा जा रहा है. मीडिया ने जब अधिकारियों को सोशल डिस्टेंस को लेकर सवाल किया तो  उल्टे उन्हें ही बीडीओ शशि रंजन के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा.  ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन कोरोना संक्रमण से लोगों को ऐसे बचाएगा या फिर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है.