Bihar News: बिहार में इस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए सरकार ने जारी किए ₹472 करोड़, स्थानीय लोगों में ख़ुशी की लहर Bihar Election 2025: पहले चरण में बाहुबलियों के साथ दिग्गजों के भी किस्मत का होगा फैसला, जानिए कितने प्रत्याशी मैदान में Bihar Election 2025: कुछ ने मैदान छोड़ा, तो कुछ ने बढ़ाई सियासी गर्मी; पहले चरण के अखाड़े में 121 सीटों पर इतने उम्मीदवार आजमाएंगे अपनी किस्मत केंद्र सरकार ने गैलेंट्री अवॉर्ड्स का किया ऐलान, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बहादुरी दिखाने वाले सैनिकों को मिला वीर चक्र सम्मान कैमूर में आपसी विवाद में चली चाकू, 15 वर्षीय किशोर की इलाज के दौरान मौत बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती: युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक बोले..‘श्रीबाबू में थी प्रधानमंत्री बनने की क्षमता’ कटिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर: 30 साल बाद राजद से छिनी परंपरागत सीट, अब वीआईपी के खाते में Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त आरा में दर्दनाक सड़क हादसा: स्कॉर्पियो और बाइक की टक्कर में दो दोस्तों की मौके पर मौत
22-Oct-2019 09:29 AM
DELHI: केंद्र सरकार EPFO यानी केंद्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़े नियम में बड़ा बदलाव करने जा रही है. नये नियम के तहत पेंशन निकालने की उम्र सीमा में बदलाव किया जा सकता है. फिलहाल 10 साल नौकरी पूरी होने के बाद आप पेंशन पाने के हकदार हो जाते है, जिसके बाद 58 साल की उम्र होने पर आपको पेंशन मिलने लगती है. लेकिन अब इस उम्र सीमा को बढ़ाकर 60 साल किया जा सकता है.
नवंबर में ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ट्रस्ट की होने वाली बैठक में इस पर फैसला हो सकता है. सेंट्रल बोर्ड ट्रस्ट से मंजूरी मिलने के बाद इस प्रस्ताव को श्रम मंत्रालय के जरिए कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. वहीं इस फैसले से पेंशन फंड को 30 हजार करोड़ रुपये की राहत मिलेगी. साथ ही नौकरीपेशा लोगों की रिटायरमेंट उम्र भी 2 साल बढ़ सकती है.
ख़बरों के मुताबिक EPF एक्ट 1952 में बदलाव की तैयारी है. पेंशन नियम बदलने की वजह वैश्विक स्तर पर पेंशन उम्र को आधार बताया जा रहा है. दुनिया के ज्यादातर पेंशन फंड में पेंशन की उम्र 65 साल तय की गई है. ऐसे में भारत में भी इसमें बदलाव की तैयारी है. आपको बता दें कि भारत में ईपीएफओ स्कीम के तहत 60 लाख लोग आते हैं.