पटना में कड़ाके की ठंड के चलते स्कूलों के समय में बदलाव, DM ने जारी किया आदेश UPSC ESE 2025: पटना के उत्कर्ष पाठक ने यूपीएससी इंजीनियरिंग परीक्षा में किया टॉप, रेलवे में बनेंगे असिस्टेंट मैनेजर बेगूसराय में निगरानी की बड़ी कार्रवाई: जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल 1800 रुपए घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हिजाब प्रकरण के बाद नीतीश के खिलाफ तीन राज्यों में FIR: क्या पुलिस करेगी बिहार के CM के खिलाफ कार्रवाई? Bihar Crime News: जेल से छूटते ही बना लिया गिरोह, लोगों को ऐसे बनाता था शिकार; दरियादिली ने पहुंचा दिया सलाखों के पीछे बिहार में मुखिया के शिक्षक बेटे की शर्मनाक करतूत: शराब के नशे में तीन नाबालिग बहनों से की छेड़खानी, तीनों ने भागकर बचाई आबरू 35 वर्षीया महिला के पेट से निकला डेढ़ किलो बालों का गुच्छा, इंडोस्कोपी कराने के बाद चला पता थावे दुर्गा मंदिर में चोरी का मामला: लापरवाह पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज, DIG ने टीओपी प्रभारी को किया सस्पेंड; मंत्री ने लिया जायजा थावे दुर्गा मंदिर में चोरी का मामला: लापरवाह पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज, DIG ने टीओपी प्रभारी को किया सस्पेंड; मंत्री ने लिया जायजा Bihar Bhumi: अतिक्रमण मुक्त होंगी बेतिया राज की जमीनें, बुलडोजर एक्शन की तैयारी; 150 लोगों को भेजा गया नोटिस
18-Oct-2020 07:30 AM
PATNA : पटना में एक कलयुगी पिता ने अपने ही बेटा और बेटी की जान लेने की कोशिश की. कलयुगी पिता को इतना गुस्सा आया कि उसने बेटे को गंगा नदी में फेंक दिया और जैसे ही बेटी को फेंकने के लिए उठाया कि लोगों ने उसे पकड़ लिया. जिसके बाद दोनों की जान बच गई.
बताया जा रहा है कि उठक-बैठक नहीं करने और अखबार नहीं पढ़ने पर गुस्साये पिता ने मासूम बेटे और बेटी की जान लेने की कोशिश की. मामला पटना के दीघा थाना क्षेत्र के 83 नंबर घाट की है.जहां गुस्सैल पिता ने पहले बेटे को गंगा में फेंक दिया और फिर बेटी को फेंकने की तैयारी कर ही रहा था, तभी वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया और दोनों मासूमों की जान भी बचा ली.
इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची दीघा थाने की पुलिस लक्ष्मी नगर के रहने वाले शत्रुघ्नन पांडेय और उनके दोनों बच्चों को थाने ले आई. शत्रुघ्नन को कड़ी फटकार लगाई गई और बांड भरवाकर छोड़ दिया. पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि दोबारा ऐसी गलती की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
शत्रुघ्न ने पुलिस को बताया कि उसने अपने सात साल के बेटे को रोज अखबार पढ़ने और 25 बार दंड बैठक लगाने की कड़ी नसीहत दी है. शनिवार को बच्चे ने न अखबार पढ़ा और न ही दंड बैठक लगायी. रात में जब पिता घर लौटा तो पूछने पर उसने झूठ बोल दिया. जैसे बेटे के झूठ बोलने की जानकारी शत्रुघ्न को पता चला उसने गुस्से में बेटे को बेरहमी से पीटा. फिर उसे और डेढ़ साल की बेटी को लेकर बाइक से गंगा में फेंकने निकल गया. घाट पर पहुंचने के बाद उसने बेटे को पानी में फेंक दिया, फिर उसने बेटी को फेंकने की कोशिश की लेकिन तब तक लोगों ने उसे देख लिया और दोनों बच्चों को बचा लिया गया.