पटना में कड़ाके की ठंड के चलते स्कूलों के समय में बदलाव, DM ने जारी किया आदेश UPSC ESE 2025: पटना के उत्कर्ष पाठक ने यूपीएससी इंजीनियरिंग परीक्षा में किया टॉप, रेलवे में बनेंगे असिस्टेंट मैनेजर बेगूसराय में निगरानी की बड़ी कार्रवाई: जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल 1800 रुपए घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हिजाब प्रकरण के बाद नीतीश के खिलाफ तीन राज्यों में FIR: क्या पुलिस करेगी बिहार के CM के खिलाफ कार्रवाई? Bihar Crime News: जेल से छूटते ही बना लिया गिरोह, लोगों को ऐसे बनाता था शिकार; दरियादिली ने पहुंचा दिया सलाखों के पीछे बिहार में मुखिया के शिक्षक बेटे की शर्मनाक करतूत: शराब के नशे में तीन नाबालिग बहनों से की छेड़खानी, तीनों ने भागकर बचाई आबरू 35 वर्षीया महिला के पेट से निकला डेढ़ किलो बालों का गुच्छा, इंडोस्कोपी कराने के बाद चला पता थावे दुर्गा मंदिर में चोरी का मामला: लापरवाह पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज, DIG ने टीओपी प्रभारी को किया सस्पेंड; मंत्री ने लिया जायजा थावे दुर्गा मंदिर में चोरी का मामला: लापरवाह पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज, DIG ने टीओपी प्रभारी को किया सस्पेंड; मंत्री ने लिया जायजा Bihar Bhumi: अतिक्रमण मुक्त होंगी बेतिया राज की जमीनें, बुलडोजर एक्शन की तैयारी; 150 लोगों को भेजा गया नोटिस
17-Oct-2020 05:44 PM
PATNA : प्लूरल्स पार्टी वाली पुष्पम प्रिया चौधरी को चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी का कैंडिडेट मानने से इंकार कर दिया है. पटना के बांकीपुर से चुनाव लड़ रही पुष्पम को निर्दलीय उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है. पटना जिला निर्वाचन कार्यालय ने उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है, उसमें पुष्पम प्रिया को निर्दलीय उम्मीदवार दिखाया गया है.
प्लूरल्स पार्टी का रजिस्ट्रेशन हीं नहीं दिखा
दरअसल पुष्पम प्रिया चौधरी ने पटना के बांकीपुर सीट से खुद को द प्लूरल्स पार्टी का उम्मीदवार बताते हुए नामांकन किया था. पुष्पम प्रिया चौधरी इस पार्टी की अध्यक्ष भी हैं. लेकिन पटना के चुनाव अधिकारियों ने जब उनकी पार्टी का रजिस्ट्रेशन का ब्योरा ढ़ूढ़ा तो वह मिला ही नहीं. पुष्पम प्रिया की पार्टी का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन नहीं उपलब्ध होने के आधार पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने उन्हें निर्दलीय घोषित कर दिया.
वैसे पुष्पम प्रिया ने अपने एफिडेविट में अपनी पार्टी का नाम 'द प्लूरल्स पार्टी' भरा है. उनकी पार्टी रजिस्टर्ड तो है लेकिन उसे चुनाव आयोग की मान्यता प्राप्त नहीं हुई है. लिहाजा उनका चुनाव चिह्न भी तय नहीं है. बांकीपुर से किये गये नामांकन में पुष्पम ने अपने लिए शतरंज बोर्ड, लूडो या कैरम बोर्ड में से कोई एक चुनाव चिन्ह मांगा है. पटना के जिला निर्वाचन पदाधिकारी कुमार रवि का कहना है कि नामांकन के समय पार्टी का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन नही दिख रहा है. मामला तकनीकी है, नामांकन पत्रों की जांच के दौरान इसकी जांच की जायेगी.
पुष्पम के पास सिर्फ 8 हजार रूपये
बिहार के दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रही पुष्पम प्रिया चौधरी खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर चुकी है. उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष जो शपथ पत्र दिया है उसमें उन्होंने कहा है कि उनके पास सिर्फ 8 हजार रूपये कैश हैं.