BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी हजारीबाग डाक मंडल बना देश का नंबर 1, डाक जीवन बीमा में एक दिन में 5 करोड़ से अधिक प्रीमियम डिपॉजिट बेगूसराय में युवक की निर्मम हत्या: चाकू से गोदा, गोली मारी, प्रेम प्रसंग में मर्डर की आशंका डाईआर्च ग्रुप ने दिल्ली में खोला नया ऑफिस, Real Estate से लेकर FMCG सेक्टर तक का विस्तार Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी प्लस-2 विद्यालयों में नए बहाल 5728 प्रधानाध्यापकों की हुई पदस्थापन, लिस्ट..... Life Style: सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी और साग? जानिए... सही कारण Bihar Elections: इस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे पवन सिंह? सुपरस्टार के संकेत से सियासी हलचल तेज Sawan 2025: बिहार के 5 प्रमुख कांवर रुट, जहां मिलती है श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ Manrega Yojna Bihar: एक दर्जन से अधिक पंचायत सेवकों पर फर्जीवाड़े का आरोप, अब होगी कार्रवाई Cricket: टेस्ट में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, टॉप 3 में इंग्लैंड के 2 बल्लेबाज शामिल
07-Jul-2023 03:37 PM
By First Bihar
PATNA: बिहार में नई शिक्षा नीति लागू करने को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इसी बीच शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने आरजेडी प्रदेश कार्यालय में पार्टी विधायकों के साथ बैठक की है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पार्टी के तमाम विधायक और विधान पार्षद मौजूद रहे। बैठक में इस बात को लेकर चर्चा हुई कि नई शिक्षा नीति को लागू किया जाए या उसमें और भी संशोधन की जरुरत है। बैठक के बाद शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि अच्छा और बुरा दोनों पक्षों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान केके पाठक के मामले से मंत्री ने कन्नी काट ली।
बैठक में शामिल होने के बाद शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षा नीति के अच्छे और बूरे पक्ष पर चर्चा में शामिल होने के लिए सभी लोग आए थे। राष्ट्रीय जनता दल और सरकार किसी भी हालत में शिक्षा के बाजारीकरण और व्यवसायिकरण से खुद को अलग करेगी। शिक्षा नीति पर आज चर्चा हुई है और आगे भी इसपर चर्चा होगी। अच्छा-बुरा पक्ष समझकर कोई भी निर्णय लिया जाएगा। वहीं केके पाठक से विवाद के सवाल पर चंद्रशेखर कहा कि लोगों ने जो मनसूबा पाल रखा है वे उसमें सफल नहीं होने वाले हैं।
बता दें कि पिछले दिनों शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से स्पष्ट तौर पर कह दिया था कि बिहार में फिलहाल नई शिक्षा नीति लागू करना संभव नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि फिलहाल बिहार में इंफ्रास्ट्रक्टर की कमी है और कई तरह की दिक्कतें हैं ऐसे में इन सभी चीजों को देखते हुए नई शिक्षा नीति को लागू करना फिलहाल संभव नहीं है। आने वाले साल में सरकार इसपर विचार करेगी।