Bihar News: बिहार में वाहन जांच के दौरान DTO की गाड़ी को हाइवा ने मारी जोरदार टक्कर, ESI की मौत; दो घायल Bihar News: बिहार में वाहन जांच के दौरान DTO की गाड़ी को हाइवा ने मारी जोरदार टक्कर, ESI की मौत; दो घायल Bihar News: नामी डॉक्टर के बेटे को बचाने 4 किडनैपरों से अकेले लड़ा ड्राइवर, पेश की बहादुरी और वफादारी की अनोखी मिसाल Bihar News: तेजस्वी के राघोपुर को बिहार का पहला IT सिटी बनाएंगे नीतीश, हमेशा के लिए बदल जाएगी दियारा की तस्वीर Cricket News: रोहित-विराट को देखने के लिए फैंस को करना होगा और इंतजार, इस सीरीज पर मंडराया खतरा BPSC Clerk: बीपीएससी क्लर्क भर्ती के लिए इस दिन से आवेदन प्रक्रिया शुरू, चूक मत जाना मौका Bihar Weather: 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, अगले 5 दिन बरतनी होगी विशेष सावधानी Bihar Land Registry New Rules: जमीन रजिस्ट्री के नए नियम आज से लागू, ये काम होंगे अनिवार्य Bihar News: सेना में भर्ती के नाम पर युवक से ठगी, नौकरी के चक्कर में गए लाखों ₹ गोवा महालक्ष्मी मंदिर में श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ, 20 हज़ार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने प्रसाद किया ग्रहण
05-Aug-2024 12:34 PM
By First Bihar
PATNA : बिहार के सरकारी स्कूलों में हुए बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। राज्य के अंदर सरकारी स्कूलों में मिड डे मिल के नाम पर एक बड़ा घोटाला किया जा रहा था। जिसका अब खुलासा हुआ है। इसके तहत राज्य के अंदर कई सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन खानेवाले बच्चों की संख्या बढ़ाकर सरकारी पैसों की लूट का खुलासा हुआ है। इसके बाद ऐसे 46 प्रधानाध्यापकों की पहचान की गयी है। जिन्होंने स्कूलों में मध्याह्न भोजन खानेवाले बच्चों की संख्या बढ़ाकर दिखाया है।
वहीं, शिक्षा विभाग ने अब ऐसे प्रधानाध्यापकों से राशि की वसूली करने का फैसला किया है। विभागीय जानकारी के अनुसार विभाग कुल 46 प्रधानाध्यापकों से कुल 16 लाख रुपये की वसूली करेगा। दरअसल, शिक्षा विभाग द्वारा बनाए गए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में शिकायत आयी थी कि स्कूलों में मध्याह्न भोजन खानेवाले बच्चे काफी कम रहते हैं, पर इनकी संख्या को बढ़ाकर रिपोर्ट तैयार की जाती है। इसके बाद निदेशालय ने संबंधित जिलों के पदाधिकारियों को भेजकर स्कूलों में औचक जांच करायी और जांच के दौरान यह बातें सही पाई गई। उसके बाद अब एक्शन लिया गया है।
बताया जा रहा है क, शिक्षा विभाग में बने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर अलग -अलग जगहों से शिकायतें आयी थीं। उसके बाद विभाग के निर्देश पर मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय ने इसकी जांच करायी तो कई शिकायतें सही पायी गयीं। सबसे बड़ी बात है कि कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में कुल 997 शिकायतें मध्याह्न भोजन से संबंधित आयीं।
इसके बाद विभागीय जांच में पाया गया कि प्रधानाध्यापकों ने बच्चों की वास्तविक संख्या में छेड़छाड़ किया। जितने बच्चों खाना खिलाया गया उससे अधिक की रिपोर्ट भेजी गयी। इस दौरान 42 स्कूलों के हेडमास्टर की पहचान की गयी। जबकि कुछ अन्य मामलों में 27 हेडमास्टर पर अनुशासिनिक कार्रवाई का निर्णय लिया गया।
आपको बताते चलें कि बिहार में एमडीएम की गुणवत्ता की वजह से सरकारी स्कूल अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। शिक्षा विभाग के पास भारी संख्या में आ रही शिकायतों के बाद अब विभाग ने भी मिड डे मिल को लेकर सख्ती बढ़ा दी है।