ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: 'मंत्री का प्रचार किया तो छह इंच छोटा कर देंगे', बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नक्सली पर्चा और धमकी मिलने से दहशत Bihar News: महापर्व छठ को यूनेस्को टैग दिलाने में जुटी भारत सरकार, कई देशों ने दिया साथ का आश्वासन Bihar Teacher News: त्योहारी सीजन में तनख्वाह से क्यों वंचित हैं शिक्षक? जानिए... वजह Bihar Weather: बिहार में अगले 3 दिन भारी बारिश, IMD का अलर्ट जारी मुजफ्फरपुर: पशु व्यवसायी से लूट का आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, कैश भी बरामद सरैया बाजार से अयोध्या के लिए 17वां जत्था रवाना, अजय सिंह का हुआ जोरदार स्वागत Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला बड़हरा में माई-बहन सम्मान योजना को मिला जबरदस्त समर्थन, 50 हज़ार से अधिक फॉर्म जमा Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत

मानव श्रृंखला पर नीतीश बोले-हमने उम्मीद से भी बड़ा रिकार्ड बना दिया, दुनिया भर के सारे कीर्तिमान ध्वस्त हो गये

मानव श्रृंखला पर नीतीश बोले-हमने उम्मीद से भी बड़ा रिकार्ड बना दिया, दुनिया भर के सारे कीर्तिमान ध्वस्त हो गये

19-Jan-2020 04:32 PM

PATNA: जल जीवन हरियाली पर अपनी मानव श्रृंखला के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ देने का दावा किया है. सरकार पहले से 16 हजार 443 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाने का दावा कर रही थी. आज नीतीश बोले कि उन्होंने दावे का भी रिकार्ड तोड़ दिया है. बिहार में इस दफे 18 हजार किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बन गयी, जिसे 5 करोड़ 16 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए.


नीतीश कुमार के हैरत अंगेज दावे

बिहार की कुल आबादी तकरीबन 12 करोड़ है. इनमें से एक करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो या तो काफी वृद्ध हैं या फिर नवजात शिशु है. सरकारी गैर सरकारी आंकडा बताता है कि बिहार के तकरीबन 30 फीसदी लोग रोजी-रोटी की तलाश में बाहर रहते हैं. यानि सूबे में तकरीबन 7 करोड़ लोग बचते हैं. नीतीश कुमार कह रहे हैं कि उनमें से 5 करोड़ 14 लाख लोग मानव श्रृंखला में खड़े हो गये.

मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इस ऐतिहासिक मानव श्रृंखला के लिए लोगों को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा है कि 18 हजार 34 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला में 5 करोड़ 16 लाख 71 हजार 389 लोग शामिल हुए. नीतीश कह रहे हैं कि ये मानव श्रृंखला पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और दूसरे सामाजिक सुधार के लिए जागरूकता फैलाने में मील का पत्थर साबित होगी.


बड़ा सवाल-सरकार ने एक-एक आदमी को कैसे गिन लिया

नीतीश कुमार और उनका पूरा प्रशासनिक तंत्र मानव श्रृंखला में शामिल होने वाले एक-एक आदमी की संख्या बता रहा है. हर जिले में कितने लोग लाइन में खड़े थे ये बताया जा रहा है. सवाल ये है कि सरकार के पास ऐसी कौन सी तकनीक थी जिससे उसने एक-एक आदमी को गिन लिया. सरकारी ड्रोन और हेलीकॉप्टर भी सिर्फ पटना और आस-पास के इलाकों में उड़़े. लेकिन ड्रोन और हेलीकॉप्टर के सहारे आदमी को गिन पाना संभव नहीं है. जानकार बता रहे हैं कि जिन सरकारी अधिकारियों पर मानव श्रृंखला को सफल बनाने की जिम्मेवारी थी उन्होंने अपनी मनमाफिक तादाद लिख कर सरकार को भेजी. सरकार ने उन्हीं आंकडों के आधार पर रिकार्ड तोड़ने का दावा कर दिया.