1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 11 May 2025 07:42:57 PM IST
बिहार क्राइम न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Crime News: बिहार के खगड़िया जिले से दिल दहलाने वाला खबर सामने आया है, जहां तीन वर्षीय बच्चे का शव खून से लथपथ बरामद किया गया है। दरअसल, खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के बोरहा बहियार स्थित मक्के के खेत से रविवार को एक तीन वर्षीय मासूम बालक का शव बरामद किया गया। मृतक की पहचान मोहनपुर पंचायत वार्ड-8 निवासी एतवारी साह उर्फ बौकू साह के पुत्र मंजेश कुमार के रूप में की गई है। बच्चे की गला घोंटकर हत्या की आशंका जताई गई है, जिससे पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि शनिवार सुबह मंजेश अपने घर के पास खेल रहा था, लेकिन थोड़ी देर बाद अचानक लापता हो गया। परिजनों ने पूरे गांव और आसपास के क्षेत्रों में उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला। देर शाम तक जब कोई सुराग नहीं मिला तो मंजेश के पिता ने स्थानीय थाना में गुमशुदगी का आवेदन दिया।
रविवार सुबह, ग्रामीणों ने मक्के के खेत में एक छोटे बच्चे का शव देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। चौथम थानाध्यक्ष अजीत कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया। उन्होंने बताया कि शव पर जानवरों द्वारा नोंचे जाने के निशान भी पाए गए हैं, जिससे शव की स्थिति और अधिक दर्दनाक हो गई थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है।
थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला गला दबाकर हत्या का प्रतीत होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी। उन्होंने यह भी कहा कि परिजनों के बयान और आवेदन के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मंजेश का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। उसके पिता टेंपो चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट चुका है और गांव में शोक की लहर फैल गई है। परिजन और ग्रामीणों ने जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में बिहार के कई ग्रामीण इलाकों में नाबालिगों के साथ हिंसा और अपहरण की घटनाएं बढ़ी हैं। कई मामलों में न्यायिक प्रक्रिया में देरी, कमजोर साक्ष्य और सामाजिक दबाव के कारण अपराधियों को सजा नहीं मिल पाती, जिससे पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिल पाता। मंजेश की हत्या ने एक बार फिर से बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस प्रशासन से लेकर समाज के हर वर्ग को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे जघन्य अपराध दोबारा न हो। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए तेज और निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है