Bihar election: कमजोर वर्ग के वोटरों की सुरक्षा को लेकर डीजीपी ने कसी कमर,कहा - दागियों-दबंगों पर होगी सख्त कार्रवाई Bihar election: बिहार चुनाव 2025: पहले चरण के मतदान से पहले पीएम नरेंद्र मोदी 2 नवंबर को पटना में करेंगे रोड शो Chhath Puja 2025: लोक आस्था का महापर्व छठ का दूसरा दिन, उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी ने किया खरना पूजा, छठी मईया से बिहार की तरक्की की कामना Chhath puja 2025: लगातार दूसरे दिन अजय सिंह ने छठ व्रतियों के बीच किया पूजन सामग्री का वितरण Bihar Election 2025 : जदयू विधायक दामोदर रावत का ग्रामीणों से विरोध, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल; जानिए क्या है पूरा मामला Chhath puja : पीएम मोदी ने मन की बात में दी छठ महापर्व की शुभकामनाएं, कहा - घर घर बन रहे ठेकुआ, सज रहे घाट Bihar Election 2025 : बीयर लेकर बिहार आए यूपी के पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया गिरफ्तार, बीजेपी चुनाव प्रचार मामला, कोर्ट ने भेजा जेल Bihar BJP leader : पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डॉ. संजय जयसवाल से 10 करोड़ की रंगदारी, बेटे को जान से मारने की धमकी central government employees: केंद्रीय कर्मचारियों की ग्रेच्युटी सीमा बढ़ी, इन लोगों पर नहीं लागू होंगे नियम “अक्षरा सिंह ने खेसारी लाल यादव पर बोला हमला, कहा - वो तो खुलेमाम मेरा ...,ज्योति सिंह को दिया खुला समर्थन”
18-May-2020 03:56 PM
DESK : निर्विरोध चुने जाने के बाद सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एमएलसी पद की शपथ ली. इसके साथ ही महाराष्ट्र में संवैधानिक संकट टल गया है. इस दौरान सीएम की पत्नी शर्मीला ठाकरे और दोनों बेटे भी विधान भवन में मौजूद रहे.
सीएम उद्धव ठाकरे के साथ ही 4 मई को निर्विरोध चुने गए अन्य आठ लोगों को ने शपथ ली. विधानपरिषद के अध्यक्ष रामराजे निम्बालकर ने सभी को सदस्यता दिलाई. विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे, भाजपा के रणजीत सिंह मोहिते पाटिल, गोपीचंद पाडलकर, प्रवीण दटके और रमेश कराड, राकांपा के शशिकांत शिंदे और अमोल मितकरी तथा कांग्रेस के राजेश राठौड़ ने आज शपथ ली. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया. सभी मास्क भी पहने दिखे.
बता दें कि 28 नवंबर को उद्धव ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसी वजह से उन्हें विधानसभा या विधान परिषद दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य चुना जाना जरूरी हो गया था. 6 महीने की समयसीमा के अंदर उन्हें किसी भी सदन का सदस्य निर्वाचित होना जरूरी था. लेकिन कोरोना संकट के चलते विधानपरिषद के चुनाव टल गए थे. फिर महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने विधानपरिषद के चुनाव जल्दी करवाने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग को चिठ्ठी लिखी थी. जिसके बाद केंद्रीय चुनाव आयोग ने फैसला लेते हुए महाराष्ट्र विधान परिषद का चुनाव करवाने को हरी झंडी दी थी.