BIHAR CRIME: सासाराम में युवक की गोली मारकर हत्या, इलाके में मचा हड़कंप ISM पटना ने स्थापना सप्ताह का भव्य समापन किया, छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार को मिला मंच मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुर्का पहना कर शादी की कोशिश, हिंदूवादी संगठनों के हंगामे के बाद जांच में जुटी पुलिस बालोपासना दिवस 2025: कोइलवर में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने दौड़ व कबड्डी प्रतियोगिता का किया आयोजन जुकाम की दवा सिगरेट: इलाज कराने आए मासूम को डॉक्टर ने कराया स्मोकिंग, बच्चे की सेहत से किया खिलवाड़ Train Accident : चलती ट्रेन में चढ़ना पड़ा भारी, झाझा स्टेशन पर बाल-बाल बचे दो यात्री बिहार चुनाव से पहले बड़ा सर्वे: तेजस्वी यादव CM पद के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार, प्रशांत किशोर ने नीतीश को पछाड़ा Life Style: धूप से आते ही गर्मी में ठंडा पानी पीना पड़ सकता है भारी, जानें सेहत को कैसे पहुंचा सकता है नुकसान? रद्द की गई 14009/10 बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार एक्सप्रेस अब 24 अप्रैल तक फिर से चलेगी यात्रीगण कृपया ध्यान दें: संपूर्ण क्रांति क्लोन स्पेशल सहित 03 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार
24-Mar-2020 04:30 PM
By Saurav Kumar
SITAMARHI: लॉकडाउन में दूल्हा निसार आलम बिना बारात और बैंड बाजा का शादी करने के लिए पहुंचा. दुल्हन के रिश्तेदार भी सोशल डिस्टेंस बनाकर इस शादी में शामिल हुए. लेकिन इस शादी का उत्साह लॉकडाउन के कारण कम हो गया. फिर भी दूल्हा ने कहा कि दुल्हन कबूल है.
पहले ही तय हो गई थी शादी
सीतामढ़ी जिला के सोनबरसा प्रखंड के भूतही में काशिम शेख़ का निकाह नूरी मोहल्ला निवासी अफसाना खातून से हुआ दोनों की निकाह की तारीख पहले ही तय हो गई थी. इसी बीच सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन बिहार में कर दिया है. जिसके बाद इन दोनों परिवारों ने यह फैसला लिया कि बगैर भीड़भाड़ और कोई समारोह के आयोजन किए सादगी तरीके से इस निकाह के रस्म को अदा किया.
दोनों के रिश्तेदार नहीं हुई शामिल
इस निकाह में कोई भी बारात दूल्हा की ओर से नहीं लाया गया था. वही, दुल्हन के द्वारा भी आसपास के ग्रामीण लोगों को अपने शादी में इनवाइट नहीं किया गया. क्योंकि पूर्व से लॉकडाउन का पालन करने का आदेश जिला प्रशासन द्वारा था. जिसके तहत कोई भी व्यक्ति को भीड़ जमाकर समारोह नहीं करना था. लेकिन निकाह की तारीख पहले ही थी जिसके कारण निसार सेख और अफसाना ने एक दूजे के लिए कलमा पढ़ कर कहा कबूल है.