Bihar Vidhan Sabha : बिहार विधानसभा में 19 समितियों का गठन, भाई वीरेंद्र को अहम जिम्मेदारी; पूर्व मंत्रियों को भी सौंपी गई कमान Bihar weather : बिहार में बर्फीली हवाओं का असर बरकरार, तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU
13-Jul-2022 09:49 PM
By PRASHANT KUMAR
DARBHANGA: कैदी की पिटाई से गुस्साएं लोगों ने कोर्ट परिसर में हंगामा मचाया। परिजनों ने दरभंगा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। कोर्ट हाजत में बंदी की पिटाई करने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस के खिलाफ परिजनों ने दरभंगा व्यवहार न्यायालय में जमकर हंगामा मचाया। कुछ देर के लिए कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गयी। परिजनों ने पुलिस पर कोर्ट हाजत में कैदी को पीटने करने का आरोप लगाया है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सदर थाना के भेलुचेक निवासी कुन्दन महतो दरभंगा जेल में बंद हैं। वह एस०सी०/ एस0टी० कांड सं0 - 127/21 में अभियुक्त है।
वकील ने बताया कि कोर्ट में हाजरी के लिए कुंदन को लाया गया था जिसे हाजत में रखा गया था। कोर्ट में हाजिरी करने के बाद हमलोग अपने सीट पर चले गए तो फिर हंगामा होने लगा। पुलिस क़ैदी को मारते हुए हाजत में ले गये और हाजत में भी उसकी जमकर पिटाई की गयी।
हाजत प्रभारी अपने पुलिस बल के साथ कुंदन महतो सहित अन्य कैदियों को मारने पीटने लगे जिसके बाद कैदियों के द्वारा विरोध करने पर जान बच पायी। जिसके बाद परिजनों ने एक लिखित आवेदन विधिक सेवा पदाधिकारी सेवा प्राधिकार दरभंगा व्यवहार न्यायालय को दिया है और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।