ब्रेकिंग न्यूज़

₹1 लाख करोड़ की रोजगार योजना आज से लागू, लाल किले से PM MODI का बड़ा ऐलान गांधी मैदान से CM नीतीश ने की कई बड़ी घोषणाएं...नौकरी के लिए परीक्षा देने वालों के लिए खुशखबरी, परदेश से घर आने वालों के लिए बड़ी घोषणा, और भी बहुत कुछ जानें... Asia Cup 2025: भारत के स्टार ओपनर को चयनकर्ताओं का झटका, बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद नहीं मिलेगी टीम में जगह Bihar News: गांधी मैदान से CM नीतीश का ऐलान- बताई अपनी प्राथमिकता, पूर्व की सरकार पर भी साधा निशाना Bihar Weather: 15 अगस्त को बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल

झोलाछाप डॉक्टर को लोगों ने थप्पड़ और डंडे से पीटा, बिना जांच के सर्दी-जुकाम को कोरोना बताकर ऐंठता था पैसे

झोलाछाप डॉक्टर को लोगों ने थप्पड़ और डंडे से पीटा, बिना जांच के सर्दी-जुकाम को कोरोना बताकर ऐंठता था पैसे

26-May-2021 01:30 PM

DESK : ग्रामीणों द्वारा एक झोलाछाप डॉक्टर को थप्पड़ और डंडों से पीटे जाने का मामला सामने आया है. दरअसल, डॉक्टर, बिना जांच किये सर्दी जुकाम के मरीजों को कोरोना से डराकर पैसे ऐंठता था. जब ग्रामीण जांच कराने की बात कहते थे तो स्वास्थ्य विभाग से टीम बुलाकर 14 दिन के लिए आइसोलेट करा देने की धमकी देता था. फिर क्या एक दिन ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. उसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया. 


मामला उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र का है. जानकरी के अनुसार, नगला बाग निवासी राकेश कुमार ग्रामीण क्षेत्र में लोगों का इलाज करते हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक उनके पास कोई डिग्री नहीं है. नगला जवाहर निवासी ग्रामीणों ने उन्हें गांव में सर्दी और जुकाम होने की बात कहते हुए उपचार के लिए गांव बुलाया था. गांव में एक वृद्ध जो सर्दी और जुकाम से ग्रसित थे. डॉक्टर ने उन्हें देखते हुए कोरोना घोषित कर दिया जबकि उनकी कोरोना की जांच भी नहीं हुई थी.


कोरोना सुनते ही ग्रामीणों ने डॉक्टर को पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर दी. डॉक्टर के मुताबिक एक ग्रामीण ने उनके सिर में हथौड़े से वार कर दिया जिससे वह घायल हो गए. किसी तरह डॉक्टर अपनी जान बचाकर शिकोहाबाद थाने पहुंच गए. जहां डॉक्टर ने लूट और मारपीट करने का बयान दिया है. पुलिस ने घायल डॉक्टर को अस्पताल में भर्ती कराया. 


मामले की जांच करने जब पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टर ग्रामीणों को कोरोना का भय दिखाकर उनसे पैसे ऐंठता है. पैसे न देने पर स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देकर 14 दिन के लिए आइसोलेट कराने की बात कहता है. गांव में मरीज देखते समय डॉक्टर ने ऐसा ही किया. मरीज को कोरोना बता दिया. इस मामले में इंस्पेक्टर शिकोहाबाद पीके मलिक का कहना है कि बयान के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.