ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी Bihar News: डीईओ साहब....संग्रामपुर ही नहीं तुरकौलिया ब्लॉक के 20 स्कूलों में भी बिना काम के 1 करोड़ की हुई निकासी ! प्रधानाध्यापक ही भ्रष्ट सिस्टम की खोल रहे पोल, जांच करायेंगे ? IAS Transfer: बिहार में कई IAS अधिकारियों का तबादला, हटाए गए उत्पाद आयुक्त; देखें पूरी लिस्ट Nepal political crisis: नेपाल में हिंसा के बाद बिहार सीमा पर हाई अलर्ट, SSB और पुलिस की चौकसी बढ़ी

जेडीयू में जारी रहेगी 'दादागिरी'...वशिष्ठ नारायण ने खुद पहल की तभी कोई दूसरा बनेगा प्रदेश अध्यक्ष

जेडीयू में जारी रहेगी 'दादागिरी'...वशिष्ठ नारायण ने खुद पहल की तभी कोई दूसरा बनेगा प्रदेश अध्यक्ष

13-Aug-2019 07:21 PM

By 2

PATNA : सदस्यता अभियान के बाद जेडीयू में संगठन चुनाव का सिलसिला शुरू होगा। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के संगठन चुनाव के बाद इलेक्शन मोड में आ जाएगी। लेकिन इस सबके बीच सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि वशिष्ठ नारायण सिंह के बाद प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर कौन बैठेगा? जेडीयू में प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी के लिए यूं तो कई दावेदार हैं लेकिन वशिष्ठ नारायण सिंह को रिप्लेस करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। जेडीयू के अंदरूनी सूत्रों की माने तो प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर तब तक किसी ने शख्स की ताजपोशी नहीं होगी जब तक खुद वशिष्ठ नारायण सिंह पहल नहीं करें। इसके पीछे जेडीयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए वशिष्ठ नारायण सिंह का सबसे ज्यादा विश्वसनीय होना अहम कारण है। सियासत में वशिष्ठ नारायण सिंह को प्यार से सभी 'दादा' कहकर पुकारते हैं। सीएम नीतीश भी खुद वशिष्ठ नारायण सिंह का सम्मान करते हैं। वशिष्ठ नारायण सिंह ने पिछले दिनों अपनी सर्जरी कराई थी। उसके बाद नीतीश कुमार ने पार्टी के पदाधिकारियों को निर्देश दिया था कि प्रदेश कार्यालय में वशिष्ठ नारायण सिंह का इंतजार करने की बजाय उनके आवास पर ही पार्टी की जरूरी बैठकें निपटाएं। चुनावी साल में नीतीश कुमार को वशिष्ठ नारायण से ज्यादा भरोसेमंद चेहरा नहीं मिल सकता। जेडीयू के अंदर लगातार इस बात की चर्चा है कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर किसी दूसरे की ताजपोशी तभी हो सकती है जब वशिष्ठ खुद अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद छोड़ने की पेशकश करते दें। संभव है कि नीतीश कुमार तब भी वशिष्ठ नारायण सिंह को कोई कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर उसके ज़रिए काम लेने को कह सकते हैं। इंतजार जेडीयू में संगठन चुनाव के शुरुआत होने का है लेकिन इतना तो कहा ही जा सकता है कि जेडीयू में फिलहाल 'दादागिरी' जारी रह सकती है।