पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
15-Jun-2022 07:51 AM
MUZAFFARPUR: बिहार में स्वास्थ व्यवस्था का हाल किसी से छिपा हुआ नहीं है। पिछले दिनों पटना एम्स में मरीज के ऑपरेशन के बाद रुई शरीर के अंदर छोड़ दिया गया था। अब ताजा मामला मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल का है, जहां इमरजेंसी में मंगलवार की रात एक मरीज ने अपना दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान सिकंदरपुर धोबी घाट के रहने वाले अरविंद रजक के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि उनकी मौत की खबर सुनते ही परिजन और मोहल्ले के कई लोग अस्पताल पहुंच गये और डॉक्टरों और कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
बताया जा रहा है कि घटना के बाद हॉस्पिटल में अफरातफरी मच गई। आक्रोशित लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की कोशिश भी की। सूचना पाकर पुलिस भी हॉस्पिटल पहुंच गई और बड़ी मशक्कत के बाद मामले पर काबू पाया। काफ़ी देर तक मृतक की लाश हॉस्पिटल में पड़ी रही। प्रभारी थानेदार ओमप्रकाश ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इसके लिए परिजनों का बयान भी दर्ज कराया गया है।
मृतक के परिजनों का कहना है कि अरविंद काफी दर्द में था। उस दौरान हॉस्पिटल में डॉक्टर नहीं थे। हम डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे। एक घंटे बीत जाने के बाद भी वहीं कोई डॉक्टर नहीं पहुंचे। अरविंद की हालत गंभीर होती जा रही थी। दर्द से कराहते हुए ही अरविंद ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों में जमकर आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं मृतक की पत्नी और बच्चों में चीख पुकार मच गया है। अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार के मुताबिक मरीज की मौत हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही हो गई थी। इस दौरान किसी डॉक्टर को ड्यूटी पर नहीं लगाया गया था।
इधर, मृतक के भाई बबलू रजक ने बताया कि उसका भाई यानी मृतक एक मजदूर था। खाना खाने के बाद अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। उनके मुंह से खून गिरने लगा। भागे भागे परिजन उसे सदर अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन वहां कोई डॉक्टर उसे देखने के लिए नहीं पहुंचा और इसी दौरान अरविंद की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस हर अगले से मामले की जांच कर रहीं है।