BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी हजारीबाग डाक मंडल बना देश का नंबर 1, डाक जीवन बीमा में एक दिन में 5 करोड़ से अधिक प्रीमियम डिपॉजिट बेगूसराय में युवक की निर्मम हत्या: चाकू से गोदा, गोली मारी, प्रेम प्रसंग में मर्डर की आशंका डाईआर्च ग्रुप ने दिल्ली में खोला नया ऑफिस, Real Estate से लेकर FMCG सेक्टर तक का विस्तार Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी प्लस-2 विद्यालयों में नए बहाल 5728 प्रधानाध्यापकों की हुई पदस्थापन, लिस्ट..... Life Style: सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी और साग? जानिए... सही कारण Bihar Elections: इस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे पवन सिंह? सुपरस्टार के संकेत से सियासी हलचल तेज Sawan 2025: बिहार के 5 प्रमुख कांवर रुट, जहां मिलती है श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ Manrega Yojna Bihar: एक दर्जन से अधिक पंचायत सेवकों पर फर्जीवाड़े का आरोप, अब होगी कार्रवाई Cricket: टेस्ट में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, टॉप 3 में इंग्लैंड के 2 बल्लेबाज शामिल
02-Mar-2022 07:24 AM
PATNA : देश में बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। जनवरी की तुलना फ़रवरी में देश भर में रोजगार के अवसर कम हुए हैं। इसका असर बिहार पर भी पड़ा है। बिहार के शहरों में गांवों से ज्यादा बेरोजगारी है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के फरवरी महीने के ताजा आंकड़ों से इसका खुलासा होता है। इसके मुताबिक बिहार के गांवों की बेरोजगारी दर 13.5 फीसदी है, जबकि शहरों में 17.1 फीसदी बेरोजगारी है। इसका मतलब है कि काम पाने के योग्य 100 लोगों में से 17.1 और हजार में से 171 लोगों को काम नहीं मिल रहा है।
राहत की बात इतनी भर कि राज्य में यह वृद्धि बहुत अधिक नहीं है। जनवरी में यह 13.3 प्रतिशत थी। फरवरी में 14 प्रतिशत है। कोरोना काल में काम-धंधों के बंद होने के बाद बढ़ी बेरोजगारी बिहार में लगातार घट रही है। खासकर राज्य सरकार द्वारा संचरनागत परियोजनाओं में निवेश के कारण लोगों को काम मिलने में तेजी आ रही है। ग्रामीण इलाकों में मनरेगा जैसी योजनाओं के कारण खेती के साथ ही बाकी रोजगार भी लोगों को मिल रहा है।
रोजगार का संकट सिर्फ बिहार ही नहीं झेल रहा है। देशव्यापी असर के दायरे में लगभग सभी राज्य आ गए हैं। देश के अन्य राज्यों में दो महीने के भीतर सबसे अधिक बेरोजगारी राजस्थान में देखी गई। वहां यह जनवरी के 18 प्रतिशत के मुकाबले फरवरी में 32 प्रतिशत पर पहुंच गया। पड़ोसी राज्य झारखंड की स्थिति भी अच्छी नहीं कही जा सकती है। झारखंड में फरवरी में 15 प्रतिशत बेरोजगारी दर्ज की गई। यह जनवरी की तुलना में छह प्रतिशत अधिक है। बिहार की कुल बेरोजगारी 14% की तुलना में झारखंड में 15%, राजस्थान में 32.2% और हरियाणा में 31% है। शहरी बेरोजगारी भी बिहार के 17.1% की तुलना में हरियाणा में 22.1% और झारखंड में 18.7% है।
एक फर्क शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के रोजगार में आया है। जनवरी में देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 5.84 प्रतिशत थी, फरवरी में 8.4 प्रतिशत पर पहुंच गई। इन दो महीनों में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर में कमी आई है। यह जनवरी के 8.6 प्रतिशत के मुकाबले फरवरी में 7.5 प्रतिशत पर टिकी रही। शायद इसलिए कि कोरोना की तीसरी लहर के कमजोर पडऩे के कारण शहरों में श्रम से जुड़ी गतिविधियां बढ़़ी। संकट के समय शहर छोड़ चुके लोग गांव चले आए थे।