Akshara Singh: एक्ट्रेस अक्षरा सिंह और उनके पिता के खिलाफ कोर्ट ने जारी किया समन, इस दिन अदालत में हाजिर होने का आदेश समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Cancer causing food: रोज़मर्रा का ये खाना बन रहा है कैंसर मरीजों की मौत की वजह ,रिसर्च में खुलासा! Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत
04-Mar-2023 08:55 AM
PATNA: अपने प्रशंसकों के बीच सुपरस्टार की हैसियत रखने वाले दमदार अभिनेता पंकज त्रिपाठी और फिल्म निर्माता ने एक दुसरे को कानूनी नोटिस दिया है. बता दें हथुआ के सिंगहा गांव के रहने वाले कमलेश मिश्र और एक्टर पंकज त्रिपाठी में फिल्म को लेकर विवाद हुआ है. आजमगढ़ फिल्म की शूटिंग 2015 में हुई थी. वही 2019 में फिल्म सेंसर बोर्ड से पास हुई थी. उसके बाद 2023 में मुंबई में फिल्म का होर्डिंग लगा. जिसके बाद से ये सारा विवाद सामने आया है.
बता दे कि इस पोस्टर के जारी होने के बाद पंकज त्रिपाठी ने इसका विरोध जताया है. और कमलेश मिश्र को नोटिस दे दिया. पंकज त्रिपाठी का कहना है कि इस फिल्म के रिलीज के बारे में उन्हें पता ही नहीं है. यह शॉर्ट फिल्म है और इसके लिए उन्होंने सिर्फ तीन दिन ही शूटिंग की, लेकिन फिल्म के निर्माता ने उनके नाम पर जो पोस्टर लगाया है उससे लगता है कि कोई बड़ी फिल्म है और उनका बड़ा रोल है.
वही अब पंकज त्रिपाठी को भी फिल्म के निर्माता की ओर से नोटिस भेजा गया है. पूरे मामले में कमलेश मिश्र का कहना है कि पंकज त्रिपाठी 2011 में आजमगढ़ की स्क्रिप्ट सुन कर बिना पैसे का शूटिंग करने आए थे. जब 2007 में वह मुंबई में एक फिल्म कर रहे थे 'परिंदे' तो उन दिनों पकंज त्रिपाठी स्ट्रगल कर रहे थे.
फिर कमलेश मिश्र ने बताया कि फिल्म में कास्ट करने के दौरना पता चला कि वो उनके ही जिले गोपालगंज से हैं. उनके दादाजी हमारे हिंदी के प्रोफेसर रहे हैं. 'परिंदे' तो किसी कारण नहीं बनी, लेकिन मित्रता बनी रही. साल 2011 आया. उन्होंने पंकज त्रिपाठी को एक स्क्रिप्ट सुनाई. उन्हें रोल अच्छा लगा. उसमें अशरफ अली का किरदार इतना अच्छा लगा कि उन्होंने बिना एक पैसा लिए उस किरदार को करने की इच्छा जाहिर की.
फिल्म प्रोड्यूसर ने कहा कि आपसी प्रेम व्यवहार में काम हुआ था इसलिए पंकज पर उन्होंने कोई दबाव नहीं बनाया. उनकी आवाज का सिंक साउंड यानि जो सेट पर रिकॉर्ड हुआ था फिल्म में वही रहने दिया. दिसंबर 2019 में मैंने फिल्म का सेंसर करा लिया और अभी फरवरी में मैंने उसका मालिकाना हक टैग प्रोडक्शन जिनका एक ओटीटी प्लेटफॉर्म है मास्क टीवी को ट्रांसफर कर दिया.